मुरादाबाद : साइबर फ्रॉड-महादेव बेटिंग ऐप से एक करोड़ की ठगी, मास्टरमाइंड समेत तीन को दबोचा

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
On

एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वालों के बारे में जानकारी देते एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार व उनके पीछे पुलिस की गिरफ्त में खड़े तीन अभियुक्त।

मुरादाबाद,अमृत विचार। साइबर फ्रॉड एवं महादेव बेटिंग ऐप से ऑनलाइन ठगी करने वाले मास्टरमाइंड समेत तीन अभियुक्तों को साइबर क्राइम थाना पुलिस ने धर दबोचा है। इन लोगों ने अब तक एक करोड़ से अधिक रुपए की ठगी की है। ठगी के रुपयों को महंगे शौक में उड़ाया है। इन्होंने इन्वेस्टमेंट एवं बेटिंग के नाम पर कई व्यक्तियों के साथ साइबर धोखाधड़ी की है।

गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में मास्टरमाइंड आलोक कुमार झा, नितिन निर्माण और सोनू कुमार उर्फ मैथ हैं। आलोक कुमार मूल रूप से बिहार के मधुबनी का रहने वाला है। वैसे यह करीब 15 साल से नई दिल्ली में थाना डाबरी क्षेत्र के आरजीसीडी, 129/30 महावीर एंक्लेव पालम शिव शक्ति अपार्टमेंट में रहकर अवैध कार्य में शामिल रहा है। साइबर फ्रॉड का मास्टरमाइंड आलोक कुमार झा दिल्ली में ही कॉमर्स से पोस्ट ग्रेजुएशन की शिक्षा प्राप्त कर रहा था।

जबकि, इसके सहयोगी नितिन निर्माण पुत्र दिले सिंह नई दिल्ली के थाना पटेल नगर करोल बाग क्षेत्र के टी-650 एल-4 बी-1 बलजीत नगर का और सोनू कुमार उर्फ मैथ पुत्र दिनेश नई दिल्ली में ही पटेल नगर क्षेत्र की टी- 2868 गली नगर 21-ए बलजीत नगर विश्वकर्मा मार्ग पर रहते थे। एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने रामपुर मिलक की रहने वाली दिव्या से कुल 8 लाख रुपए ठगे थे। यह धनराशि उन लोगों ने इंस्टाग्राम पर इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर ली थी। इस मामले में पीड़िता ने पिछले साल साइबर क्राइम थाने पर मामला दर्ज कराया था।

प्रकरण संज्ञान में आने के बाद पुलिस पूरे घटनाक्रम से पर्दा उठाने पर लगी हुई थी और उसे काफी परिश्रम के बाद अब सफलता मिल पाई है। तकनीकी संसाधनों का प्रयोग कर विवेचना में प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना धर्मेंद्र सिंह ने साक्ष्य संकलित किया तो पता चला कि दिव्या के साथ ठगी करने वाले आलोक कुमार झा और उसके सहयोगी ही हैं, जो गैर राज्यों के रहने वाले हैं। 

अभियुक्तों की साइबर ठगी का तानाबाना
एसपी क्राइम ने बताया कि पूछताछ में इन अभियुक्तों ने पुलिस को बताया है कि वह लोग इंस्टाग्राम आईडी से लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाते हैं और इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर लोगों से मोटी रकम ठगते हैं। यह साइबर फ्रॉड वह लोग आपस में मिलकर करते हैं। इस धंधे से अभियुक्तों व उनके अन्य साथियों ने अब तक कई करोड़ रुपयों की ठगी कर चुके हैं। अभियुक्तों ने बताया है कि वह लोग सर्वप्रथम इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर लोगों को लुभावने लालच देकर अपने झांसे में फसाते हैं। फर्जी बैंक खाता व सिम की व्यवस्था सोनू उर्फ मैथ करता है, हमारे साथ साइबर फ्रॉड का यह धंधा विक्की भी करता है, जो औरंगाबाद का रहने वाला है।

बना रखें हैं आलीशान मकान, खरीदें हैं महंगी गाड़ियां
एसपी क्राइम ने बताया कि अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला है कि वह लोग साइबर फ्रॉड के इस धंधे के अलावा महादेव बेंटिंग ऐप का भी काम करते हैं। इससे भी वह लोग मोटी रकम एठ लेते हैं। इन लोगों ने साइबर फ्रॉड के पैसे से आलीशान घर बना रखे हैं और महंगी-महंगी गाड़ियां भी खरीद रखी हैं। अभियुक्तों ने पुलिस को बताया है कि अब तक उन लोगों ने इस तरह साइबर फ्रॉड और महादेव बेंटिंग ऐप से एक करोड़ रुपए से भी अधिक धनराशि की ठगी कर चुके हैं और उस पैसे को अपने महंगे शौक में उड़ाया है। इस तरह इन अभियुक्तों ने इन्वेस्टमेंट और बेंटिंग के नाम पर कई व्यक्तियों के साथ धोखाधड़ी की है।

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : समय प्रबंधन के लिए अभी से करें सैंपल पेपर का अभ्यास

संबंधित समाचार