सुलतानपुर के शैलेश ने चांद पर खरीदी तीन एकड़ जमीन, कीमत जान रह जाएंगे हैरान

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Published By Deepak Mishra
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तीन एकड़ जमीन के लिए दिए मात्र 12 हजार रुपये 

सुलतानपुर, अमृत विचार। बल्दीराय तहसील क्षेत्र के पूरे हेमसिंह (रामनगर द्वितीय) गांव निवासी व्यवसायी शैलेश सिंह ने चंद्रमा पर तीन एकड़ जमीन खरीदी है। उन्होंने लूना सोसाइटी से जमीन की रजिस्ट्री करवाई है। उनका कहना है कि चांद पर कोई भी जमीन खरीद सकता है, लेकिन वहां पर कुछ बनवा नहीं सकता है। इस पैसे को सरकार वैज्ञानिकों की खोज पर खर्च कर रहा है। उन्होंने तीन एकड़ जमीन मात्र 12 हजार रुपये में खरीदा है। 

लूना इंटरनेशनल लाइसेंस प्राप्त भूमि दावा बिक्री एजेंसी है। भूमि दावे की खरीद से प्राप्त आय लूना सोसाइटी द्वारा प्रशासित विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को वित्तपोषित करने में मदद करती है। जिसमें चंद्रमा पर पहला गैर-सरकारी मानव मिशन शामिल है, साथ ही प्रत्येक ग्रेड स्तर पर छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और शैक्षिक कार्यक्रमों के लिए धन उपलब्ध कराना शामिल है। शैलेश के रजिस्ट्री दस्तावेज़ में वाष्प सागर में संपत्ति की एक विस्तृत तस्वीर भी दी गई है, जो संपत्ति पथ का सटीक स्थान दिखाती है।

लूनर ऑर्बिटर डेटाबेस की इस डिजिटल तस्वीर में पथ के क्षेत्र में स्थित सभी विशेषताएं शामिल हैं और यह संपत्ति को इंगित करने में सहायक है। पंजीकृत दावें में संपत्ति का स्थान, अक्षांश और देशांतर, पथ संख्या, लॉट संख्या और इसमें दर्ज मात्रा संख्या, साथ ही पंजीकरण की तारीख भी शामिल है। संपत्ति का रिकॉर्ड इंटरनेशनल लूनर लैंड्स रजिस्ट्री द्वारा अपने वार्षिक प्रकाशन में स्थायी रूप से दर्ज किया जाता है, जिसे कॉपीराइट किया जाता है।

रुपये का नहीं सोच की वैल्युः शैलेश 

37 वर्षीय शैलेश की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही पूरी हुई। परास्नातक डिग्री कूरेभार से हासिल की। 2010 से ठेकेदारी कर रहे हैं। वर्तमान समय में श्रीराममंदिर अयोध्या में एलएनटी कंपनी के साथ मैन पावर सप्लाई का काम कर रहे है। आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक में भी इनका काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि चंद्रयान जब गया तो खूब चर्चा हुई।

गुजरात और लखीमपुर के लोग वहां पर जमीन खरीदे, इसका समाचार देखा। मन में आया कि हम भी खरीदे। नेट पर सर्च किया। मात्र तीन हजार रुपये एकड़ जमीन चांद पर मिल रही है। कोई भी आनलाइन खरीद सकता है। तीन एकड़ जमीन 12 हजार में खरीदा। रुपया नहीं सोच की वैल्यु है। करीब तीन माह में सारी प्रक्रिया पूरी होती है। मैंने अपनी तहसील बल्दीराय में चेक कराया तो वहां पर मेरी रजिस्ट्री का दस्तावेज फेयर मिला।  

चांद पर जमीन का मालिक बनना गौरव की बात 

शैलेश सिंह ने बताया कि हम बिजनेसमैन है। काफी समय से कुछ असामान्य और मज़ेदार चीज खोज रहे थे। इससे बेहतर उपहार क्या हो सकता है। जब अंतरिक्ष यान चंद्रमा पर गया तब लोगों की नजर वहां गई। हमको सपना आया कि क्यों न वहां जमीन खरीदी जाय, जो आने वाले भविष्य में कभी काम आए। इसी कारण हमने वहां तीन एकड़ जमीन खरीदी है। हालांकि, वहां पर कोई भी थोड़ा पैसा खर्च कर जमीन खरीद सकता है। सरकार इस पैसे को वैज्ञानिकों के ऊपर खर्च करती है। 

लूना इंटरनेशनल के बारे में जानें 

चांद पर जमीन बेचने के लिए लूना इंटरनेशनल सोसायटी खुद को लाइसेंस प्राप्त एजेंसी होने का दावा करती है। इसकी वेबसाइट पर इसका कार्यालय स्विटजरलैंड और न्यूयार्क में बताया गया है। भूमि दावे की खरीद से प्राप्त आय को विभिन्न अंतरिक्ष कार्यक्रमों पर खर्च किया जाता है, जिसमें चंद्रमा पर पहला गैर-सरकारी मानव मिशन शामिल होने का भी दावा है।

हालांकि 1967 की आउटर स्पेस ट्रीटी के मुताबिक चांद की जमीन पर किसी एक देश का एकाधिकार नहीं है और इस पर करीब 110 देशों के हस्ताक्षर हैं, लेकिन सालों से लूना सोसायटी इंटरनेशनल और इंटरनेशनल लूनर लैंड्स रजिस्ट्री के जरिए चांद पर ऐसी जमीनें बेच रही है। जिसकी कानूनी मान्यता स्थापित नहीं है।

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