Kanpur: साथी की हत्या के दोषी जूडो चैंपियन को आजीवन कारावास; दो लाख रुपये उधारी वापस मांगने पर मार डाला था...
कानपुर, अमृत विचार। दो लाख रुपये उधारी वापस मांगने पर होजरी कारोबारी की हत्या के आरोपी जूडो चैंपियन को एडीजे आठ की कोर्ट ने दोषी पाया। कोर्ट ने दोषी को आजीवन कारावास व 40 हजार रुपये जुर्माना लगाया। वर्ष 2006 में कारोबारी का शव चकेरी थानाक्षेत्र में मिला था। पीड़ित परिजनों ने जूडो चैंपियन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
बकरमंडी, कर्नलगंज निवासी अनवर अली ने चकेरी थाने में न्यू आजाद नगर निवासी समीर चरन उर्फ बाबू के खिलाफ अपने बड़े भाई नदीम जावेद की हत्या का आरोप लगा रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अनवर ने बताया था कि भाई नदीम मकसूद कांप्लेक्स कोपरगंज में रेडीमेड होजरी का होलसेल कारोबारी था। बताया कि जूडो कराटे चैंपियन समीर चरन व उसका भाई बंटी नदीम का मित्र था।
दोनों का उनके घर आना जाना था। घटना से तीन वर्ष पूर्व समीर चरन ने नदीम संग व्यापार शुरू किया। समीर उससे माल लेकर गोपालगंज, बिहार जाकर बेचता था, जिस पर समीर पर करीब दो लाख रुपये का बकाया हो गया था। अनवर के मुताबिक सात जनवरी 2007 को उसकी बहन व भाई को सगाई होनी थी, जिस पर 26 दिसंबर को वह समीर से रुपये मांगने चकेरी स्थित उसके घर गया था। 27 दिसंबर को चकेरी पुलिस को नदीम का शव निर्माणाधीन मकान के पीछे मिला था।
पुलिस ने परिजनों को मार्ग दुर्घटना में मौत की जानकारी दी। परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, जहां नदीम का शव मिला। पोस्टमार्टम में शरीर पर चोट के निशान पर हेड इंजरी की पुष्टि हुई थी। परिजनों ने समीर चरन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपी ने बताया कि मृतक उसकी पत्नी पर गलत नियत रखता था, जिसके बाद उसने घटना को अंजाम दिया।
मामला एडीजे आठ राम अवतार प्रसाद की कोर्ट में विचाराधीन था। एडीजीसी अरविंद डिमरी ने बताया कि कोर्ट ने सबूतों व गवाहों के आधार पर समीर चरन को आजीवन कारावास की सजा व 40 हजार रुपये जुर्माना लगाया।
शराब व शबाब का शौकीन था मृतक
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि कपड़े के कारोबार में नदीम के पास काफी पैसा था। नदीम गलत संगत में पड़ कर शराब व शबाब का शौकीन हो गया था। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि एक दिन समीर उनके पास आया और घटना को स्वीकार करते हुए कहा था कि नदीम उसके घर की इज्जत से खेल रहा था, जिससे छुटकारा पाने के लिए उसने घटना को अंजाम दिया।
घटना के एक दिन पूर्व दोनों ने पी थी शराब
पुलिस ने क्षेत्र के एक ढाबे में पूछताछ कि तो वहां के कर्मचारी राकेश कुमार ने वर्मा ने बताया कि समीर व नदीम ढाबे आकर अक्सर शराब पीते थे। इस दौरान दोनों का कई बार झगड़ा भी हुआ था। घटना के एक दिन पहले दोनों उसके ढाबे आए थे और मसाला लेकर चले गए। अगले दिन नदीम की लाश मिलने पर उसे घटना की जानकारी हुई।
