बाराबंकी में अब लेखपाल वाली गली-आवंटित कमरों में सन्नाटा, नाम और मोबाइल नंबरों वाली सूची तक हुई गायब

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Published By Jagat Mishra
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कवेन्द्र नाथ पांडेय/ बाराबंकी, अमृत विचार। बाराबंकी शहर में फोटो वाली गली, चूड़ीवाली गली, पतंग वाली गली, बड़ी माता मंदिर, मुंशी गंज और सुभाष नगर वाली गली का नाम सुना होगा। मगर, अब डीएम आवास के सामने लेखपाल वाली गली भी है। सुनने में अटपटा जरूर है पर यह सच है। जहां पर किराए के कमरों में दफ्तर खोल लेखपाल तहसील चला रहे है।  यही कारण है कि आईएसओ का दर्जा हासिल करने वाली नवाबगंज तहसील में आमजनता के लिए आसानी से लेखपाल सुलभ नहीं है। इतना ही नहीं आवंटित कमरे और चस्पा की गई नाम वा मोबाइल नंबर वाली सूची तक गायब हो गई।

बाराबंकी की नवाबगंज तहसील को वर्ष 2019 में आईएसओ का दर्जा हासिल हुआ। इसके लिए तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम अजय कुमार द्विवेदी आईएएस ने दिन रात की मेहनत कर तहसील की सूरत बदली। बाहर तहसील का बोर्ड और फौव्वारा तो अंदर पूछताछ केंद्र, सभागार, कर्मचारियों की बायोमैट्रिक अटेंडेंस,लेखपाल और राजस्व निरीक्षक के बैठने के कक्ष, कुर्सी के सामने नेम प्लेट और लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, अमीन, नायब तहसीलदार के नाम, मोबाइल नंबर और सर्किल का नाम वाली सूची कई स्थानों पर लगवाई थी। ताकि तहसील आने वाली आमजनता को कोई दिक्कत न हो। यह सब देख कर यहां पहुंचे आई एसओ के प्रिंसिपल सेक्रेटरी के के गोगिया ने आईएएस एसडीएम अजय द्विवेदी की सराहना करते हुए कहा था कि बाराबंकी की नवाबगंज तहसील अन्य तहसीलों के लिए नजीर बनेगी। मगर, अजय द्विवेदी के तबादले के बाद तीन वर्ष में ही आईएसओ के मानक धराशाई हो गए। यहां लगी लेखपाल और राजस्व निरीक्षक के नाम और मोबाइल नंबर वाली सूची गायब हो गई। बायोमेट्रिक उपस्थित बंद हुई तो अधिकाश लेखपालों ने आवंटित कमरों में बैठना बंद कर दिया। 

इसके बाद डीएम आवास के सामने किराए के कमरों में अपना दफ्तर बनाकर लेखपाल तहसील के काम मुंशियो से करा रहे है। यहीं पर भूमाफियों का जमवाड़ा लगता तो हर काम का रेट तय होता है। जबकि गांव से आने वाली जनता तहसील में अपने क्षेत्र के लेखपाल को खोज कर वापस लौट जाती है। मगर, अब धीरे-धीरे लोग लेखपाल वाली गली को जानने लगे हैं। 

वर्जन-
तहसील में आवंटित कमरों में लेखपाल के बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। लेखपाल और कानूनगो के नाम और नंबर वाली सूची रात में ही लगा दी जाएगी। डीएम आवास के सामने लेखपाल वाली गली की जांच कराई जाएगी। -विजय त्रिवेदी, एसडीएम सदर बाराबंकी

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