Kanpur: पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के तार कई शहरों से जुड़े; पकड़े गए अधिवक्ता के फोन में मिली ये चीजें... पढ़ें खबर...

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। उत्तरप्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। एसटीएफ की टीम को कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं। अब तक की जांच के अनुसार प्रयागराज से पर्चा आउट कराने का सुराग मिला है। इस मामले में आगरा के एक सॉल्वर गैंग का भी पता चला है जिसने यहां के अधिवक्ता आशीष सचान को पेपर दिया था। पेपर किन-किन व्यक्तियों के हाथों से होता हुआ अधिवक्ता तक पहुंचा, इसकी जानकारी एसटीएफ जुटा रही है। आगरा के सॉल्वर गैंग के पीछे एसटीएफ लगी है।

लखनऊ एसटीएफ कई दिन से कानपुर में डेरा डाले है। पेपर लीक मामले में छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मंगलवार को एसटीएफ ने कानपुर के कई इलाकों में छापेमारी की और कई लोगों को उठाया। कई कोचिंग संचालकों से भी पूछताछ की जा रही है। पेपर लीक मामले में जेल भेजे गए अधिवक्ता आशीष सचान के संदिग्ध संपर्क भी तलाशे जा रहे हैं। 

सूत्रों की मानें तो एसटीएफ की अब तक की जांच में पेपर प्रिंटिंग प्रेस से लीक होने का पता चला है। इसके तार प्रयागराज से जुड़े हैं। यह भी पता चला है कि पेपर आउट कराने में आगरा का एक गैंग भी सक्रिय था। एसटीएफ की टीम को अधिवक्ता आशीष सचान के मोबाइल में कई विभागों के पुराने सॉल्व पेपर मिले हैं। उसके मोबाइल का व्हाट्सएप डेटा रिकवर करने के लिए आगरा फोरेंसिक लैब मोबाइल भेजा गया है। 

इसके साथ ही अधिवक्ता की कॉल डिटेल भी निकलवाई जा रही है। एसटीएफ कानपुर टीम के प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है। अगर जरूरत पड़ी तो जेल में आशीष सचान और उसके भाई व गुर्गों से पूछताछ की जाएगी। अधिवक्ता के पास से पेपर लीक कांड से जुड़े कई सुराग मिले हैं। इन्हीं बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

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