हल्द्वानी: मेडिकल कॉलेज के नर्सिंग हॉस्टल में पीजी जेआर ने फेंके पत्थर

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Published By Bhupesh Kanaujia
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11 फरवरी की रात साढ़े 11 बजे हुई थी घटना, सीसीटीवी से चिन्हित हुए तीन और छात्र

हल्द्वानी, अमृत विचार। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के नर्सिंग हॉस्टल में एक पीजी जेआर ने पत्थरों की बरसात कर दी। जिससे कई खिड़कियों के शीशे टूट गए। गनीमत रही कि किसी छात्र को चोट नहीं आई। मामले में कॉलेज प्रशासन ने पीजी जेआर को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक बीती 11 फरवरी की रात लगभग साढ़े 11 बजे चार युवक एक वाहन से कॉलेज परिसर स्थित मैस में खाना-खाने आए थे। खान खाने के बाद चारों मैस से कुछ दूरी पर स्थित पुरुष नर्सिंग हॉस्टल (छात्रावास) पहुंचे और हॉस्टल में पत्थर फेंकने शुरू कर दिया। इससे हॉस्टल में रह रहे छात्रों में हड़कंप मच गया।

पत्थरों से हॉस्टल की खिड़कियों के शीशे टूट गए। घटना के बाद आरोपी युवक वाहन लेकर मौके से फरार हो गए। अगले दिन हॉस्टल के वार्डन ने कॉलेज प्रशासन को मामले की लिखित शिकायत दी। जिसके बाद प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वाहन को ट्रेस किया और पत्थर फेंकने वाले युवक की पहचान पीजी जेआर के रूप में की। 

मामले में बीते मंगलवार को प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने अनुशासन समिति की बैठक बुलाई। जिसमें आरोपी पीजी जेआर को अपना पक्ष रखने को कहा गया। जिसमें उसने तीन अन्य छात्रों के नाम भी उजागर किए। कॉलेज प्रशासन पीजी जेआर समेत अन्य छात्रों के खिलाफ कार्रवाई में जुट गया है।


मामले में अनुशासन समिति की बैठक बुलाई थी। जिसमें एक पीजी जेआर को चिन्हित किया गया है। इसमें तीन अन्य छात्रों के नाम भी सामने आए हैं। जिन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। कॉलेज में नियमों का उल्लंघन किसी कीमत में बर्दाश्त नहीं होगा।
- डॉ. अरुण जोशी, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज

इंटर्न हॉस्टल में आधी रात हो रही थी पार्टी
मेडिकल कॉलेज के इंटर्न हॉस्टल में देर रात पार्टी करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार बीती 26 फरवरी की रात डेढ़ बजे इंटर्न हॉस्टल में कुछ छात्र डीजे बजाकर पार्टी कर रहे थे। इनमें कुछ युवक बाहर से भी आये थे। बताया जाता है कि जब कॉलेज के सुरक्षा कर्मी डीजे बंद कराने व छात्रों को रोकने पहुंचे तो कुछ युवक उनसे उलझ पड़े। सुरक्षा कर्मियों के सख्त रूख अपनाने पर डीजे बंद कर दिया। प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि मामले की सूचना बुधवार को मिली है। शिकायत आने पर मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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