अयोध्या: अमराई की खुशबू से महकने लगी मैंगो बेल्ट, इस बार खूब पैदावार के आसार, लेकिन है एक समस्या, जानिए क्या?
राजेंद्र कुमार पांडेय, अयोध्या, अमृत विचार। अमराई की खुशबू से मैंगो बेल्ट महकने लगी है। आम के पेड़ों में आए बौर से आमों के राजा दशहरी की उपज अच्छी होने की उम्मीद है। लेकिन बदलते मौसम में आम की फसल पर मैंगों हापर व मिनीबग का ग्रहण लग सकता है। कीटों के प्रकोप की शुरूआत हो गई है। फंगीसाइट और कीट नाशक का प्रयोग कर इसे रोका जा सकता है।
जिले में सोहावल, मसौधा और मयाबाजार के ३२ गांवों को शामिल कर फलपट्टी क्षेत्र घोषित किया गया है। आम के पेड़ों में बौर आने का दौर है।अमराई से पेड़ लद रहे हैं। फलपट्टी क्षेत्र में भीनी खूशबू का अहसास हो रहा है। पूरा क्षेत्र महकने लगा है। फलों के राजा दशहरी के पेड़ों में लगभग 90 फीसदी बौर आ गए हैं। चौसा और लंगड़ा में 50 से 60 फीसदी।
बागान मालिक और उद्यान विभाग के लोगों का कहना है कि होली तक पेंड़ों में पूरे बौर आ जाएंगे। अब तक की अमराई से आम की फसल अच्छी होने की संभावना है। लेकिन मौसम बदल रहा है। कभी गर्मी तो कभी सर्दी पड़ रही है। आसमान में अक्सर बादलों का डेरा देखने को मिल रहा है। यह आम की फसल के लिए सबसे खतरनाक है।
उद्यान विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक बादल, सर्दी-गर्मी से आम की फसल पर मैंगो हापर और मिनी बग कीटों का प्रकोप शुरू हो गया है। कुछ किसानों ने इसकी शुरूआत की बात कही है। ऐसे में आम की फसल को नुकसान हो सकता है। आमों का राजा दशहरी आम लोगों की पकड़ से दूर हो सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि इस पर अभी से नजर रखी जानी चाहिए। एक बार रोग लग जाने पर इससे बचा पाना मुश्किल हो सकता है।
कहते हैं किसान
बागान मालिक अकबाल बहादुर सिंह ने बताया कि आए बौरों से आम की फसल अच्छी होने की संभावना है। हलांकि मौसम के उतार-चढ़ाव से रोगों का भय है। भुनगा (मैगों हापर) दखने लगे हैं। आम का कारोबार करने वाले बब्लू कहते हैं कि बौर आने के साथ कीट बाग में दिखाई पड़ने लगे हैं। यह मौसम के कारण है।यदि मौसम ने साथ दिया तो फसल अच्छी होगी।
क्या करें आम के किसान
जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ ने बताया कि फसल ठीक है। लेकिन इस मौसम में मैंगो हापर और मिनी बग कीटों से नुकसान हो सकता है। बचाने के लिए किसान फंगीसाइट और कीटनाशक को मिलाकर पेड़ों पर छिड़काव करें। लेकिन इसका छिड़काव बौर में दाने आने के पहले कर दिया जाना चाहिए। अभी छिड़काव में लगभग सप्ताह भर का समय शेष है। ऐसा करने से दानों को मजबूती मिलेगा।
फलपट्टी क्षेत्र में शामिल गांव
सोहावल ब्लाक के जगनपुर, धन्नीपुर, गोपीनाथपुर, तहसीलपुर ठेउंगा, रौनाही, लखौरी, बड़ा गांव, बरई, हरबंधनपुर, रामनगर धौरहरा, इब्राहिमपुर देवली, हाजीपुर बरसेंडी, सनाहा, पिलखावां, मंगलसी, कटरौली, साल्हेपुर निमैचा, अलीगंज, मुबारकगंज, मया बाजार में पनसारा, कसबा, रुहियावां, देवापुर, ईशापुर, सेरवाघाट, उनियार, भैरीपुर, लालपुर, रेवरी, मोकसवा सहित मसौधा के गांव शामिल है।
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