पीलीभीत: 48 घंटे के अंदर फिर बाघ का हमला, खेत में काम कर रही महिला पर झपटा बाघ

पीलीभीत: 48 घंटे के अंदर फिर बाघ का हमला, खेत में काम कर रही महिला पर झपटा बाघ

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पीलीभीत,अमृत विचार: जंगल से निकला बाघ महोफ रेंज से सटे गांवों में आंतक का पर्याय बनता जा रहा है। शनिवार को 48 घंटे के अंदर ही बाघ दूसरी बार हमलावर हुआ। बाघ ने चारा काट रही एक महिला पर हमला कर दिया। शोर-शराबा करने पर महिला की जान बच सकी। हमले की जानकारी पर ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और ट्रैक्टर मदद से बाघ को खदेड़ने का भी प्रयास किया। घटना के बाद वनकर्मियों ने दो हाथियों की मदद से बाघ तलाश शुरू की है। वन अफसरों के मुताबिक घटना के बाद से बाघ की लोकेशन नहीं मिली है।

महोफ रेंज से सटे गांव पंडरी के आसपास डेरा जमाए बाघ उग्र होता नजर आ रहा है। बाघ ने 14 मार्च की सुबह पंडरी गांव से कुछ दूरी पर गन्ने के खेत के पास घास की कटाई कर रहे 16 वर्षीय अमर सिंह पर हमला कर दिया था। हमले में अमर सिंह बुरी तरह घायल हो गया। घायल का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। 

वन कर्मियों की टीमों द्वारा बाघ की मॉनिटरिंग की जा रही है। एक दिन पूर्व बाघ की लोकेशन पंडरी गांव से ही सटे गांव हरकिशनापुर में देखी गई थी। हालांकि वन अफसरों ने इसकी पुष्टि न होने की बात कही थी। पिछले डेढ़-दो महीने से गांव के आसपास मंडरा रहे बाघ को लेकर ग्रामीण खासी दहशत में चले ही आ रहे थे कि शनिवार अपरान्ह बाघ ने एक बार फिर हमलावर होकर दहशत फैला दी। 

इस बार बाघ ने गांव हरकिशनापुर निवासी एक महिला को निशाना बनाने का प्रयास किया। ग्रामीणों के मुताबिक गांव हरकिशनापुर निवासी शिवचरण लाल की 45 वर्षीय पत्नी हरीश कुमारी शनिवार अपरान्ह गांव से कुछ दूरी पर खेत में चारा काटने गई थी। महिला ने जैसे ही चारा काटना शुरू किया, इस बीच गन्ने के खेत से निकले बाघ ने हमले की नियत से महिला पर झपटने का प्रयास किया। 

बाघ देखते ही आसपास खेतों में काम रहे अन्य लोगों ने शोर-शराबा करना शुरू कर दिया। बताते हैं कि शोर-शराबे पर बाघ पास के ही गन्ने के खेत में चला गया। बाघ हमले की सूचना मिलते ही गांव के लोग खेत की ओर दौड़ पड़े। देखते ही देखते कुछ ही देर में ग्रामीणों की खासा भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई। बताते हैं कि इस बीच ग्रामीणों ने ट्रैक्टर की मदद से बाघ को खदेड़ने का भी प्रयास किया।

सूचना मिलने के बाद वनकर्मियों की टीम मौके पर पहुंच गई। हाथियों की मदद से कॉबिंग कर बाघ की तलाश शुरू की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि बाघ आसपास ही है। वहीं वन अफसरों का कहना है कि घटना के बाद से बाघ की लोकेशन नही मिली है। ग्रामीणों ने बताया कि घटना के बाद वन महकमे को कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है।

गांव हरिकशनापुर के समीप बाघ द्वारा हमले का प्रयास करने की जानकारी मिली थी। टीमों को मौके पर भेजा गया है। हाथियों की मदद से कॉबिंग की जा रही है। घटना के बाद से बाघ की लोकेशन नहीं मिली है। टीमों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं--- अंजनी कुमार श्रीवास्तव, उप प्रभागीय वनाधिकारी, सामाजिक वानिकी प्रभाग।

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