पीलीभीत: बांस के पेड़ों के बीच बैठा रहा बाघ, छह घंटे बाद ट्रेंकुलाइज कर पिंजड़े में किया कैद

पीलीभीत: बांस के पेड़ों के बीच बैठा रहा बाघ, छह घंटे बाद ट्रेंकुलाइज कर पिंजड़े में किया कैद

पीलीभीत, अमृत विचार: पीटीआर (पीलीभीत टाइगर रिजर्व ) की महोफ रेंज से सटे गांव में गुरुवार सुबह घुसे बाघ को छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रेंकुलाइज कर पकड़ लिया गया। बाघ सुबह एक ग्रामीण के घर के पीछे बांस के पेड़ों के बीच जा बैठा था। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मौके पर जमा भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस एवं वन कर्मियों को खासी मेहनत करनी पड़ी। रेस्क्यू किए गए बाघ को महोफ रेंज ले जाया गया है।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व की महोफ रेंज से सटे गांवों में पिछले दो-तीन माह से बाघों की दहशत चली आ रही है। गुरुवार सुबह भी एक बाघ महोफ रेंज से सटे गांव न्यूरिया खुर्द उर्फ शिवपुरिया के समीप जा पहुंचा। बाघ देख खेतों में काम रहे ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। कुछ देर बाद बाघ आबादी के पास एक घर के पीछे जाकर बैठ गया। 

सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गई। शासन स्तर से बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति मिलने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह के नेतृत्व में एक घंटे चले रेशक्यु आपरेशन के बाद बाघ को सफलतापूर्वक ट्रेंकुलाइज कर लिया गया।

इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई थानों की पुलिस बुलानी पड़ी। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एएसपी विक्रम दहिया समेत पुलिस के कई बड़े अफसर, पीलीभीत टाइगर रिजर्व और सामाजिक वानिकी प्रभाग के वनाधिकारी मौजूद रहे।

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