लखनऊ: चिकित्सा के क्षेत्र में लागू है 150 नियम, कानून की शक्ल में डॉक्टर और मरीज को देते हैं प्रोटेक्शन
लखनऊ, अमृत विचार। मरीज को गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले इसके लिए करीब 150 नियम बनाए गए है। यह नियम कानून की शक्ल में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सा संस्थानों पर लागू होते हैं। इन डेढ़ सौ कानून से जहां एक तरफ लोगों को गुणवत्तापूर्ण इलाज मिलता है, वहीं दूसरी तरफ यही कानून डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सा संस्थानों की सुरक्षा का रास्ता भी प्रशस्त करते हैं।
हालांकि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से समाज पर गहरा असर डालने वाले इन कानूनो की पूरी जानकारी ना तो डॉक्टर वा पैरामेडिकल को है और ना ही आम लोगों को।
ऐसे ही कानूनो की जानकारी को संग्रहित कर उसे किताब के रूप में लाने का काम एसजीपीजीआई के अस्पताल प्रशासन विभाग के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन ने किया है। लॉ एंड मेडिसिन नाम की इस किताब को लिखने में डॉ. राजेश हर्षवर्धन के अलावा एसजीपीजीआई के डॉक्टर अमरजीत मित्रा और एडवोकेट ऋषभ कुमार ने अहम भूमिका निभाई है।
प्रोफेसर राजेश हर्षवर्धन बताते हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बनी रहे, इसके लिए करीब 150 कानून बनाए गए। जिसमें से 75 कानून प्रत्यक्ष और करीब 75 कानून अप्रत्यक्ष रूप से लागू होते हैं। लॉ एंड मेडिसिन नाम की इस किताब में इन्हीं 150 कानून की जानकारी साझा की गई है।उन्होंने बताया कि एक डॉक्टर जो कार्य करते हैं जरूरी नहीं कि उससे संबंधित सभी कानून को वह जानते हों, क्योंकि एक डॉक्टर चिकित्सा विज्ञान की पढ़ाई करते हैं ना कि कानून की।इसलिए लॉ एंड मेडिसिन नाम की यह किताब डॉक्टर के लिए काफी उपयोगी साबित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि आम लोग भी इस किताब से लाभ प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि अभी यह किताब अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है।
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