लखनऊ: अखिलेश से मिले समाजवादी चिंतक दीपक मिश्र, कहा- राष्ट्रवाद के मोर्चे पर भाजपा विफल 

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Published By Virendra Pandey
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लखनऊ, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से समाजवादी चिंतक और बौद्धिक सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने मुलाकात की । दीपक ने अखिलेश के साथ हुए संवाद को सार्थक , स्नेहासिक्त और सकारात्मक बताते हुए कहा कि बात चीत समाजवाद व गणतंत्र के सर्वतोन्मुखी सशक्तीकरण पर केंद्रित रही । 

संवादोपरांत बौद्धिक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक ने कहा कि भारतीय राष्ट्रवाद की कटिबद्ध कसौटियों पर भाजपा की केंद्र सरकार पूर्णतया विफल है । भारत की लगभग 43 हजार 1सौ 80 वर्ग किलोमीटर पर चीन जबरन काबिज है जिसमें  हिंदुस्तान की 5 हजार 1सौ 80 वर्ग किलोमीटर भूमि पाकिस्तान ने चीन को गिफ्ट दे रखा है । भारत की 78 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर पाकिस्तान अपना झंडा फहरा रहा है । पिछले 10 सालों में मोदी सरकार 10 इंच जमीन भी वापस नहीं ले सकी । पवित्र कैलाश और मानसरोवर तक विदेशी कब्जे में है । शिवस्थान के दर्शन के लिए चीन से वीजा लेना पड़ता है । दुखद है कि कैलाश मानसरोवर समेत भारत की भूमि की वापसी के लिए केंद्र सरकार कोई उल्लेखनीय प्रतिबद्ध प्रयास तक नहीं किया गया । भाजपा ने राष्ट्र प्रथम को  केवल चुनावी नारा बना कर छोड़ दिया है । भाजपा पहले अपने एक दशक के  कार्यकाल का हिसाब दे फिर पिछली सरकारों पर प्रश्नचिन्ह लगाए ।

मोदी हर सार्वजनिक मंच से कहते थे कि जिस दिन वे प्रधानमंत्री बनेंगे, भारत की सारी जमीन वापस लाएंगे । प्रधानमंत्री बनने के बाद राष्ट्रीय स्वाभिमान से जुड़े इतने संवेदनशील सवाल को भूल गए । दीपक ने बताया कि बौद्धिक सभा नवसंवत्सर से प्रतिदिन राष्ट्रहित से जुड़े हुए एक  प्रश्न को उठाएगी और सरकार से जवाब मांगेगी । यह अभियान दो जून तक चलेगा । बौध्दिक सभा रामराज्य, राष्ट्रीयता और समाजवाद की अवधारणाओं से जनमानस को अभियान चला  अवगत कराएगी ताकि इनके नाम पर बोले जा रहे झूठ का पर्दाफाश हो । लोहिया चुनाव को बहस चलाने का एक जनोत्सव मानते थे । सशक्त गणतंत्र के लिए शत प्रतिशत मतदान नितांत आवश्यक है ।  दीपक मिश्र ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लोकनायक जयप्रकाश की पुस्तक समाजवाद क्यों और अपनी पुस्तक समाजवाद ही क्यों भेंट की ।

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