सीतापुर: दो माह पूर्व मृत कार्मिक को प्रशिक्षण के दौरान अफसरों ने दिखाया अनुपस्थित 

विभागीय लापरवाही के चलते मृत सहायक अध्यापक कागजों में कर रहे चुनाव ड्यूटी 

सीतापुर: दो माह पूर्व मृत कार्मिक को प्रशिक्षण के दौरान अफसरों ने दिखाया अनुपस्थित 

सीतापुर,अमृत विचार। लोकसभा चुनाव को लेकर चल रही मतदान कार्मिकों के प्रशिक्षण में बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां करीब दो माह स्वर्गवासी हुये मतदान कार्मिक को सोमवार को सरकारी कागजों में मतदान प्रशिक्षण से अनुपस्थित दर्शाया गया। बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते मृत व्यक्ति की ड्यूटी कागजों पर आज भी जारी है। हकीकत सामने आने के बाद जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी गलती को एक-दूसरे पर डालते हुए नजर आये है।
                          
बताते चले कि सीतापुर जनपद में चौथे चरण में मतदान होना है। चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के उद्देश्य से जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशन में शहर के बाहर स्थित एक निजी कॉलेज में मतदान कार्मिकों का प्रशिक्षण शिविर लगा था। सोमवार देर शाम प्रशिक्षण समाप्त होने के दौरान सहायक प्रभारी अधिकारी (मतदान कार्मिक) @ डीडीओ हरिश्चन्द्र प्रजापति ने अनुपस्थित कर्मचारियों की सूची जारी कर कार्रवाई की चेतावनी दी। इस लिस्ट में सबसे हैरत की बात यह है कि क्रम संख्या 6 पर मतदान अधिकारी प्रथम व पीठासीन अधिकारी की ड्यूटी पर अंकित सहायक अध्यापक राजीव पांडेय जो कि बीआरसी रामपुरमथुरा के प्राथमिक विद्यालय मितौरा में तैनात थे। बताया जाता है कि लम्बी बीमारी के चलते उनका करीब दो माह पूर्व निधन हो चुका था लेकिन अफसरों की लापरवाही के चलते मृत व्यक्ति चुनाव ड्यूटी में आज भी जिन्दा दर्शाया गया। प्रशिक्षण में अनुपस्थित होने पर आगामी 20 अप्रैल को उपस्थित होकर प्रशिक्षण प्राप्त करने के निर्देश भी अफसरों की तरफ से दिये गये। 

इस बाबत जब खंड शिक्षा अधिकारी रामपुर मथुरा उदय मणि पटेल से जानकारी की गई तो उन्होंने मामले की जानकारी से अनभिज्ञता जताई। इसके उपरांत तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी रहे नवनीत कुमार ने बताया कि सहायक अध्यापक राजीव पांडेय का ह्रदय सम्बन्धी बीमारी के चलते काफी लम्बे समय तक इलाज चला था। उन्होंने बताया कि इसके उपरान्त अस्पताल में भर्ती होने के दौरान निमोनिया होने से उनकी जनवरी से फ़रवरी माह के बीच मौत हो गई थी। उनका कहना है कि बीआरसी पर ड्यूटी आने के बाद मृतक दर्शाकर ड्यूटी को वापस करने से ऐसी नौबत नहीं आती। इस बाबत जब बेसिक शिक्षा अधिकारी के सीयूजी नंबर पर संपर्क किया गया तो उनका फ़ोन नहीं उठा। 

क्या बोले जिम्मेदार 
मतदान कार्मिकों की ड्यूटी की जो लिस्ट हमारे पास आई थी उसमे वह अनुपस्थित थे। अगर टीचर की मौत हो चुकी है तो सम्बंधित विभागाध्यक्ष को इसकी जानकारी ड्यूटी मिलने के दौरान देनी चाहिए थी- हरिश्चन्द्र प्रजापति (सहायक प्रभारी अधिकारी (मतदान कार्मिक)

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