सांप्रदायिक आधार पर राजनीति करने वालों को चुनाव के बाद बंगाल से बाहर कर दिया जाएगा: अभिषेक बनर्जी

कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता चुनाव के बाद सुनिश्चित करेगी कि सांप्रदायिक आधार पर विभाजनकारी राजनीति करने वालों को राज्य से बाहर कर दिया जाए।
पश्चिम बंगाल के जादवपुर लोकसभा क्षेत्र के भांगड़ में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि अबतक हुए पांच चरण के चुनाव में बंगाली विरोधी ताकते हार रही हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन ताकतों को आखिरी झटका एक जून को अंतिम चरण के मतदान के बाद लगेगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए तृणमूल महासचिव ने संकल्प लिया, ‘‘हम सुनिश्चित करेंगे कि जो अशांति पैदा करने के लिए सांप्रदायिक और विभाजनकारी राजनीति को बढ़ा दे रहे हैं उनका पश्चिम बंगाल में कोई राजनीतिक आधार नहीं हो। निरंकुश (प्रधानमंत्री)नरेन्द्र मोदी केंद्र की सत्ता से बेदखल होंगे।’’ भांगड़ से विधायक नौशाद सिद्दीकी का नाम लिए बिना उनका स्पष्ट संदर्भ देते हुए अभिषेक बनर्जी ने भाजपा की आलोचना नहीं करने पर उनकी आलोचना की।
उन्होंने सिद्दीकी पर भाजपा की ‘बी टीम’ होने का आरोप लगाया। तृणमूल नेता ने कहा, ‘‘कल कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 2010 से बंगाल में मिल कई समुदायों को मिल रहे ओबीसी दर्जे को खत्म कर दिया। क्या विधायक ने इसपर प्रतिक्रिया दी? ’’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल की पूजनीय धरती पर विभाजनकारी राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है। इस राज्य के लोग अनेकता में एकता में विश्वास रखते हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि पिछले विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की सत्ता हासिल करने में विफल रहने के बाद भाजपा ने मनरेगा और आवास योजना जैसी कई केंद्रीय योजनाओं की राशि रोक दी। अभिषेक बनर्जी ने दावा किया, ‘‘लेकिन तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने 100 दिन के रोजगार कार्यक्रम के तहत नहीं दी गई राशि का भुगतान अपने कोष से किया।’’
तृणमूल नेता ने गरीब समर्थक होने का दावा करने के बावजूद आवश्यक घरेलू वस्तुओं और जीवन रक्षक दवाओं की बढ़ती कीमतों के प्रति उदासीन रहने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने केंद्र सरकार पर अपनी एजेंसियों का मनमाने ढंग से इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। तृणमूल नेता ने कहा, ‘‘यहां तक कि मेरे परिवार को भी नहीं बख्शा गया।’’
उन्होंने भविष्यवाणी की कि अगली केंद्र सरकार में तृणमूल कांग्रेस अहम भूमिका निभाएगी। तृणमूल कांग्रेस ने जादवपुर सीट से सयानी घोष को प्रत्याशी बनाया है जहां पर एक जून को मतदान होगा।
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