पसमांदा मुसलमान को कांग्रेस ने वोट बैंक की तरह किया इस्तेमाल: वसीम राईन

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

122 बार बार संविधान संशोधन करने वाली कांग्रेस को आज संविधान खतरे में आ रहा नजर

बाराबंकी, अमृत विचार। पसमांदा मुसलमान को बर्बाद करने में कांग्रेस का बहुत बड़ा हाथ है। कांग्रेस ने इस समुदाय के मुसलमान को महज वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया। अपने शासनकाल में 122 बार संविधान संशोधन करने वाली कांग्रेस को चुनाव के वक्त संविधान खतरे में नजर आ रहा है। यह बातें ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन ने अपने बयान में कहीं।

उन्होंने आगे कहा कि लगातार सट्टा का शुभ भक्ति आ रही कांग्रेस को 1984 में 404 सीटे  हासिल हुई तो उसके पीछे पसमांदा मुसलमान का सहयोग रहा। उन्होंने तल्खी भरे लहजे में कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि धारा 341 के तहत लगाए गए धार्मिक प्रतिबंध भी कांग्रेस नहीं खत्म कर सकी।

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में धारा 341 लगाया था। कांग्रेस ने धारा 341 हटाने का कभी सच्चे मन से प्रयास किया ही नहीं। उन्होंने कहा चुनाव आया तो कांग्रेस को संविधान खतरे में नजर आने लगा।

उन्होंने पसमांदा मुसलमान को गुमराह करने के लिए कांग्रेस को दोषी करार देते हुए कहा कि कांग्रेस ने पसमांदा मुसलमान को सट्टा सदन से लेकर संगठन में कहीं भी  नेतृत्व का मौका नहीं दिया। यही कारण है कि कांग्रेस को खुद का वजूद कायम रखने के लिए गली-गली भटकना पड़ रहा है।

यह भी पढ़ें:-SCPM हॉस्पिटल में बवाल: मरीज की मौत के बाद अस्पताल कर्मियों व तीमारदारों में चले लात घूंसे, देखें Video

 

संबंधित समाचार