पांच हजार की रिश्वत लेते हुए बीसलपुर में पकड़ा गया रामपुर का चकबंदी लेखपाल, रिपोर्ट दर्ज
रामपुर/बीसलपुर, अमृत विचार। एंटी करप्शन टीम ने तहसील शाहबाद के थाना पटवाई के गांव नदनऊ निवासी संजीव कुमार को जो कि बीसलपुर में चकबंदी लेखपाल है। उसको व उसके सहयोगी को पांच हजार रुपये की घूस लेते रंगे हाथों दबोच लिया। खनन की अनुमति होने के बावजूद आरोपी लेखपाल ने ग्रामीण के खेत से मिट्टी उठाने के बदले पांच हजार रुपये की घूस ली थी।
बीसलपुर कोतवाली में एंटी करप्शन बरेली के निरीक्षक इश्तियाक वारसी की ओर से आरोपी चकबंदी लेखपाल संजीव कुमार व उसके सहयोगी अर्जुन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। घूसखोरी में पकड़ने जाने पर लेखपाल को उप जिलाधिकारी बीसलपुर ने निलंबित कर दिया।
पटवाई थाना क्षेत्र के गांव नदनऊ निवासी संजीव कुमार बीसलपुर तहसील के ग्राम जसौली दिवाली में काफी समय से तैनात है। वहां के रहने वाले प्रानसुख ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली के डिप्टी एसपी को एक शिकायत पत्र भेजा था। जिसमें प्रानसुख ने बताया था कि उसके पास कृषि कार्य के लिए सोनालिका ट्रैक्टर व छोटी ट्राली है।
बीसलपुर-पीलीभीत मार्ग के चौड़ीकरण कार्य के चलते कई किसानों के मकान अतिक्रमण में आने पर तोड़ दिए गए, इस दौरान उनका मकान भी तोड़ा गया था। जमीन पर मकान बनाने के लिए मिट्टी खनन की अनुमति ऑनलाइन ली थी। अनुमति मिलने के बाद वह मिट्टी उठाने खेत पर गए,तो बीसलपुर तहसील में तैनात क्षेत्रीय लेखपाल संजीव कुमार ने रिश्वत की मांग की। बिना रिश्वत दिए मिट्टी उठाने से मना कर दिया। उसे खनन के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।
इस पर वह दोबारा अनुमति लेकर 22 मई को मिट्टी उठाने के लिए खेत पर गए। इसकी जानकारी मिलने पर लेखपाल संजीव कुमार अपने सहयोगी अर्जुन के साथ मौके पर पहुंचे और खेत से मिट्टी उठाने से रोक दिया। लेखपाल ने कहा कि लेनदेन की बात अर्जुन करेगा। अर्जुन ने कहा कि चार हजार रुपये लेखपाल के और एक हजार रुपये उसके लिए देने होंगे। इस पर उसने हामी भर दी। शिकायत के प्रानसुख ने खनन के लिए पूर्व में ली गई अनुमतियों की प्रति भी लगाई।
एंटी करप्शन बरेली के निरीक्षक इश्तियाक वारसी की अगुवाई में 10 सदस्यीय टीम सोमवार सुबह बीसलपुर पहुंची। टीम के सदस्य तहसील के आसपास मुस्तैद हो गए। एंटी करप्शन टीम की योजना के अनुसार शिकायतकर्ता प्रानसुख ने फोन करके रुपये देने के लिए लेखपाल को अपने पास बुलाया। कुछ ही देर में लेखपाल व उसका सहयोगी वहां पहुंच गए।
प्रानसुख से रिश्वत के पांच हजार रुपये लेते ही टीम ने लेखपाल संजीव कुमार व उसके सहयोगी अर्जुन दोनों को पकड़ लिया। टीम उन्हें हिरासत में लेकर बीसलपुर कोतवाली ले गई। जहां एक कमरे में दोनों से घंटों पूछताछ चलती रही। लेखपाल के पकड़े जाने की जानकारी मिलने के बाद परिजनों में खलबली मच गई है।
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