लखनऊः बायोमैट्रिक्स से दर्ज होगी टीचर की उपस्थित, पहले विद्यालय में उपस्थिति लगाकर गायब हो जाते थे अध्यापक
सभी विद्यालयों में अब टीचर्स की उपस्थित जांचने के लिए फेस रेकग्निशन मशीनें लगा दी गई हैं। अध्यापक विद्यालय से बीच में नदारद न हो सकें इसके लिए सीसीटीवी भी लगवाया गया है। समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत ने बताया कि 70 से अधिक विद्यालयों में सीसीटीवी भी लग गए हैं।
लखनऊ, अमृत विचार: आश्रम पद्धति विद्यालय में अध्यापक समय से पहुंचें और कक्षाओं में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पर पूरा ध्यान दें इसके लिए बायोमैट्रिक्स (फेस रेकग्निशन) लगा दी गई हैं। अध्यापकों की उपस्थिति अब इसी से दर्ज होगी।
समाज कल्याण विभाग की ओर से प्रदेश में 94 आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। इनमें लगभग 32 हजार छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं। विद्यालय आने के बाद अध्यापक उपस्थिति पंजिका में उपस्थिति दर्ज करने के बाद नदारद हो जाते थे। साथ ही कई अध्यापक समय पर विद्यालय नहीं पहुंचते थे। इसकी शिकायतें लगातार मिलने के बाद बायोमैट्रिक्स लगाने की कार्ययोजना बनाई गई और उसको अमली जामा पहना दिया गया। एक जुलाई से विद्यालय खुलने के साथ ही बायोमैट्रिक्स (फेस रेकग्निशन) से उपस्थिति दर्ज करानी होगी। अध्यापकों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए विद्यालयों में सीसीटीवी भी लगवाए गए हैं। सीसीटीवी कक्षाओं में भी लगे हैं। कक्षाओं में अध्यापक कब पहुंच रहे हैं और कितनी देर पढ़ा रहे हैं इस पर भी निदेशालय में बैठे अधिकारी नजर रख सकेंगे क्योंकि निदेशालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है। समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत ने बताया कि 70 से अधिक विद्यालयों में सीसीटीवी लग गए हैं। शेष 24 विद्यालयों में इस माह के अंत तक सीसीटीवी लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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