गाजियाबाद एक्सप्रेसवे हादसा: आ रहे हैं...और फिर आई मौत की खबर!

गाजियाबाद एक्सप्रेसवे हादसा: आ रहे हैं...और फिर आई मौत की खबर!

हरदोई, अमृत विचार। तपती धूप में ईंट-भट्टे पर तपते हुए मज़दूरी कर गुज़र-बसर कर रहे मां-बेटे ने घर पहुंच कर अपनों के बीच बकरीद मनाने की तैयारी कर रखी थी और उसी लिए दोनों घर आ रहे थे,लेकिन उसी बीच गाज़ियाबाद में एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में उन दोनों के साथ दो और लोगों की मौत हो गई। वही चारों मझिला थाने के कुम्हरुआ के रहने वाले थे,घर‌ वालों से कह रहे थे कि आ रहें है,लेकिन वे तो नहीं पहुंचें बल्कि उनकी मौत होने की खबर पहुंच गई। उसी खबर से समूचे कुम्हरुआ गांव में कोहराम मच गया।

बताया गया है कि मझिला थाने के कुम्हरुआ के कुछ लोग हरियाणा के सोनीपत में गन्नौर ईंट-भट्टे पर मज़दूरी कर अपना गुज़र-बसर कर रहे थे। वहां‌ रह रहे इसरु की 60 वर्षीय पत्नी नाज़मुन,20 वर्षीय पुत्र इरशाद,21 वर्षीय शबीना पत्नी नौशाद और महेन्द्र की 40 वर्षीय पत्नी मायादेवी दूसरे लोगों के साथ कैंटर पर सवार हो गांव के लिए रवाना हुए थे। इरशाद,उसकी मां नाज़मुन व शबीना ने घर पहचंं कर बकरीद मनाने की तैयारी कर रखी थी। वे सभी लोग कैंटर पर सवार हुए,उसमें हरदोई के 7 और शाहजहांपुर के 17 लोग सवार थे। कैंटर जब गाज़ियाबाद एक्सप्रेस-वे पर मुराद नगर में रेवड़ा-रेवड़ी के पास रुक गया। उस पर सवार कुछ लोग टायलेट के लिए नीचे उतर गए। उसी बीच बागपत की तरफ से आ रहे ट्रक ने कैंटर में ज़ोरदार टक्कर मार दी,जिससे उस पर सवार सभी लोग बुरी तरह से ज़ख्मी हो गए। जिनमें से नाजमुन,उसका बेटा इरशाद,शबीना और माया देवी की मौत हो गई।  जबकि ज़ख्मी लोगों को गाज़ियाबाद में भर्ती कराया गया है। हादसे की खबर सुन कर उनके आने की राह देख रहे उनके अपनों में कोहराम मच गया।


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