रामपुर: 36 घंटे बाद भी नहीं मिला पानी में बही बच्ची का सुराग, DM ने सिंघाड़े तोड़ने वालों को बुलाने के दिए निर्देश
एनडीआरएफ की टीम ने स्टीमर के माध्यम से की बच्ची की खोजबीन
मिलक, अमृत विचार। बारिश के पानी मे बही दो साल की बच्ची का 36 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है। शनिवार को भी ग्रामीणों ने तालाब में काफी खोजबीन की लेकिन, बच्ची नहीं मिली। उसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने स्टीमर से बच्ची को खोजने की बहुत कोशिश की लेकिन टीम को भी सफलता हासिल नहीं हुई। जिलाधिकारी ने बच्ची को तालाब में खोज के लिए सिंघाड़े तोड़ने वालों को बुलाने के निर्देश दिए हैं।
मिलक थाना क्षेत्र के गांव करीमगंज में शुक्रवार को दोपहर करीब दो बजे के बाद हुई झमाझम बारिश के दौरान गांव निवासी देवेंद्र की दो साल की पुत्री ओमसुधा बरसात के पानी के साथ नाले में बह गई थी। शुक्रवार रात दस बजे तक जेसीबी व ग्रामीणों द्वारा बच्ची की बहुत खोजबीन की गई लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। शनिवार को तहसीलदार सीमा गंगवार के नेतृत्व में सुबह नौ बजे ग्रामीणों ने पुनः सर्च ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन दोपहर दो बजे तक उन्हें कोई सफलता नहीं मिल सकी।
उसके बाद गांव पहुंचे,एनडीआरएफ की टीम ने स्टीमर की मदद से भी देर शाम तक ओमसुधा को बहुत ढूंढा लेकिन वो भी तालाब से खाली हाथ ही निकले। शनिवार को अचानक मिलक कोतवाली पहुंचे जिलाधिकारी जोगिन्दर सिंह और पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र ने कोतवाली में लोगों की फरियादें सुनीं। उसके बाद दोनों ओमसुधा के गांव पहुंचे। मासूम बच्ची के माता पिता से घटना की जानकारी ली। उसके बाद मौके की नजाकत को देखते हुए उन्होंने तत्काल तालाब से सिंघाड़े निकालने वाले लोगों को बुलाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सिंघाड़े तोड़ने वाले लोग संकीर्ण तालाब से सिघाड़े तोड़ने में माहिर होते हैं। वे जल्द ही मासूम बच्ची को तालाब से खोज निकालेंगे,लेकिन शनिवार को तहसील प्रशासन सिंघाड़े तोड़ने वाले लोगों को नहीं बुला सकी। मासूम ओमसुधा के न मिलने से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। गांव में प्रवेश करते समय जिलाधिकारी की नजर सड़क किनारे स्थित मॉडल प्राइमरी स्कूल की तरफ पड़ी तो देखा कि स्कूल परिसर में जलभराव है। जिसमें होकर बच्चे और अध्यापक गुजर रहे हैं। बीडीओ को तत्काल स्कूल से जल निकासी के निर्देश दिए।
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