बाराबंकी: काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी पर याद किए गए शहीद, किया नमन
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ महोत्सव का शुभारंभ
बाराबंकी, अमृत विचार। शहर के जीआईसी ऑडिटोरियम में काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम श्रृंखला की शुरुआत की गई। कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्षा राजरानी रावत, एमएलसी अंगद सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा अरविन्द मौर्य, डीएम सत्येन्द्र कुमार और सीडीओ अन्ना सुदन रहे। सभी ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया और शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई ।

संस्कृति विभाग के कलाकारों और विद्यार्थियों ने काकोरी ट्रेन ऐक्शन से जुड़े क्रांतिकारियों की स्मृति में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। वहीं काकोरी ट्रेन एक्शन कार्यक्रम का मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखा गया। ऑडिटिरियम में काकोरी ट्रेन एक्शन संबंधी प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिसमें काकोरी एक्शन का वास्तविक फोटो, काकोरी ट्रेन ऐक्शन से जुड़े तथ्यों एवं क्रांतिकारियों से जुड़ी जानकारी का अतिथियों एवं आगंतुकों ने अवलोकन किया। शिक्षकों ने विद्यार्थियों को प्रदर्शनी के माध्यम से काकोरी ट्रेन एक्शन के विषय में विस्तार से जानकारी दी।

कार्यक्रम में शहीदों के परिजनों को माला पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। राज्यमंत्री ने शहीदों के परिवारों को सम्मानित कर राष्ट्र के प्रति उनके त्याग को सर्वोच्च बताया। इस मौके पर राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार की पहल पर काकोरी कांड का नाम बदलकर इसको काकोरी ट्रेन एक्शन की पहचान दी गई है और जन जन को जागरूक करने के उद्देश्य से इसको शताब्दी महोत्सव के रूप में प्रदेशभर में मनाया जा रहा है।
डीएम ने कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिए संसाधन जुटाने के प्रयास में काकोरी ट्रेन एक्शन हुआ। जिसमें युवा क्रांतिकारियों ने अद्भुत साहस दिखाते हुए देश की आजादी के लिए धन इकट्ठा किया। युवाओं को इससे प्रेरणा लेते हुए क्रांतिकारियों के स्वपन के देश को बनाने में सहभागी बनना चाहिए। उन्होंने उपस्थित बच्चों से काकोरी ट्रेन एक्शन के बारे में विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे, सही जवाब देने वाले बच्चों को उन्होंने चॉकलेट देकर पुरस्कार भी किया। इस अवसर पर प्रदर्शन करने वाले प्रभात नारायण दीक्षित, अनिल मिश्रा, पूजा पांडेय, सरोज, मनोज कुमार को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर एडीएम अरूण कुमार, पीडी मनीष कुमार, डीडीओ भूषण कुमार, बीएसए संतोष देव पांडेय, शिक्षिका ज्योति द्विवेदी समेत तमाम शिक्षक और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

क्या है काकोरी ट्रेन एक्शन?
काकोरी ट्रेन एक्शन और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण और साहसिक घटना के रूप में दर्ज है। यह घटना 9 अगस्त 1925 को लखनऊ के पास काकोरी नामक स्थान पर घटित हुई थी। इस क्रांतिकारी कार्रवाई का नेतृत्व हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के सदस्यों ने किया था। जिसमें राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, चंद्रशेखर आजाद, और कई अन्य देशभक्त शामिल थे। इन स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ संघर्ष के लिए धन जुटाने और अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
घटना का मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश सरकार के खजाने को लूटना था, जो उस समय एक ट्रेन से ले जाया जा रहा था। ट्रेन के रुकते ही क्रांतिकारियों ने साहस और कुशलता से कार्य करते हुए सरकारी धन को अपने कब्जे में ले लिया। इस घटना ने ब्रिटिश सरकार को हिला कर रख दिया और पूरे देश में हलचल मचा दी। हालांकि, इस साहसिक कार्यवाही के बाद ब्रिटिश सरकार ने कड़े कदम उठाए और क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के परिणाम स्वरूप, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी और ठाकुर रोशन सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई। यह घटना हमें याद दिलाती है कि स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी और इसके लिए कितनी बहादुरी और बलिदान की जरूरत थी।
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