शाहजहांपुरः बड़ा भाई नहर में कूदा, बचाने में छोटा भी कूदा, दोनों डूबे, प्रशासन पर लगे लापरवाही के आरोप

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Published By Deepak Shukla
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मकसूदापुर/ शाहजहांपुर, अमृत विचार। आपसी विवाद के बाद बड़ा भाई हरदोई ब्रांच नहर में कूद गया। उसे बचाने के लिए छोटा भाई भी कूदा, जिससे दोनों नहर में डूब गए। तलाश में एनडीआरएफ नहर में उतरी, लेकिन शुक्रवार शाम तक दोनों का कुछ पता नहीं चला। 

इधर, रिश्तेदारों और गांव के लोगों के साथ मौजूद परिजनों का बार-बार धीरज टूट रहा है, परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए कई बार जाम लगा दिया। शुक्रवार शाम को मौके पर पहुंचे एसडीएम और सीओ ने बरामदगी के लिए 24 घंटे का समय मांगते हुए परिजनों को शांत किया। दोनों की तलाश जारी है।

गांव मुड़िया छावन निवासी रामधन तिवारी के दो पुत्र 25 वर्षीय विपिन तिवारी और 20 वर्षीय सुनील तिवारी थे। दोनों गुरुवार सुबह 10 बजे के करीब घर से बाइक लेकर मकसूदापुर के लिए निकले थे, रास्ते में किसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। 

तनाव इतना बढ़ गया कि मकसूदापुर शारदा नहर के पुल पर बाइक खड़ी कर चप्पल वहीं छोड़ी और बड़ा भाई विपिन नहर में कूदने का प्रयास करने लगा, जबकि छोटा सुनील ने उसे रोकने की कोशिश, लेकिन हाथ छूट जाने के कारण विपिन कुमार नहर में जा गिरा, उसे बहता देख सुनील ने भी छलांग लगा दी। 

देखते ही देखते दोनों भाई नहर के पानी की लहरों के बीच समा गए। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। सूचना पर परिजन और पुलिस पहुंच गई। तलाश के लिए स्थानीय गोताखोरों को लगाया गया, लेकिन दोनों भाइयों का कुछ पता नहीं लग सका। तलाश के लिए शाहजहांपुर से एनडीआरफ की एक टीम स्टीमर लेकर पहुंची और नहर के पानी में घंटों तलाश किया। अंधेरा होने पर तलाशी अभियान बंद कर दिया गया।

बंडा-बिलसंडा रोड पर कई बार लगाया जाम

दोनों भाई गुरुवार को डूबे थे, उनकी तलाश दिन भर चलती रही। अंधेरा होने पर शाम को तलाशी अभियान बंद किया गया। शुक्रवार को एक बार फिर एनडीआरएफ के जवानों ने स्टीमर की मदद से नहर को खंगालना शुरू किया, लेकिन शाम होने तक दोनों भाइयों का पता नहीं लग सका, जिससे आक्रोशित परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस प्रशासन पर तलाश अभियान में लाफरवाही का आरोप लगाते हुए रोड जाम कर दिया। 

जिन्हें कुछ ही देर में समझा बुझाकर प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार मौर्य ने रोड पर आवागमन सुचारू कराया। इसके बाद जाम की स्थिति कई बार पैदा हुई, लेकिन पुलिस बार-बार समझाती रही। शुक्रवार शाम करीब पौने पांच बजे एक बार फिर से जाम लगा दिया गया। 

परिजन एसडीएम, सीओ को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। करीब एक घंटे बाद पुवायां से एसडीएम संजय पांडेय, सीओ पंकज पंत पहुंचे और परिजनों से 24 घंटे का समय मांगा। अधिकारियों के आश्वासन पर परिजन शांत हो गए। स्थानीय लोगों ने कहा कि नहर का पानी बंद कराकर तलाश कराई जाए, लेकिन ऐसा होते हुए दिखाई नहीं दिया। 

नहर में डूबे दोनों भाइयों की तलाश में गोताखोर और एनडीआरएफ के जवानों को लगाया गया है। शनिवार को लखनऊ से और गोताखोर बुलवाकर तलाश कराई जाएगी।- संजय पांडेय, एसडीएम, पुवायां

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