Urs-E-Razvi 2024: अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों से बरेली पहुंचेंगे आला हजरत के दीवाने  

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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इस्लामिया मैदान में तैयारियां शुरू, 31 अगस्त होगी कुल की रस्म

बरेली, अमृत विचार। आला हजरत के तीन रोजा उर्स-ए-रजवी की इस्लामिया मैदान में तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार उर्स में शामिल होने के लिए साउथ अफ्रीका, आस्ट्रेलिया समेत कई देशों के मेहमान आ रहे हैं।

29, 30 और 31 अगस्त को उर्स-ए-रजवी दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां), सज्जादानशीन हजरत मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) की सरपरस्ती में मनाया जाएगा। दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि देश-विदेश के उलेमा और अकीदतमंद दरगाह प्रमुख और सज्जादानशीन के संपर्क में हैं। उर्स में शामिल होने के लिए साउथ अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, मारीशस, दुबई, मिस्र, नेपाल, सऊदी अरब आदि से अकीदतमंदों के आने की सूचना दरगाह पर मिली है। उर्स स्थल इस्लामिया गेट की रंगाई पुताई के अलावा, आला हजरत की लिखी किताबों लगने वाला बुक स्टाल आदि की तैयारी की जा रही है। उर्स की तैयारियों को लेकर लंगर कमेटियों की बैठक गुरुवार शाम 7 बजे दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां की सरपरस्ती, सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की सदारत और सैय्यद आसिफ मियां की मौजूदगी में होगी।

विज्ञान समेत 55 विषयों में माहिर थे आला हजरत
आला हजरत को विज्ञान समेत 55 विषयों में महारत हासिल थी। मुफ्ती सय्यद अजीमउददीन अजहरी ने बताया कि दुनिया की तकरीबन सौ यूनिवर्सिटी में आला हजरत की जिंदगी और खिदमात (कारनामों) पर शोध हो रहा है। जैसे-जैसे शोध आगे बढ़ रहे हैं, आपकी जिंदगी और इल्मी कारनामों के नई-नई बातें सामने आ रही हैं। दुनिया के बड़े-बड़े बुद्धिजीवी ये देख कर हैरान हैं कि इमाम अहमद रजा खां इतने विषयों में कैसे माहिर थे। आला हजरत ने साढ़े सात घंटे में कुरान ए पाक के 30 पारे याद कर लिए थे। दुनिया में एक वक्त ऐसा आया कि सिक्के कम होने लगे और करंसी यानी नोटों को बढ़ावा मिलने लगा। उस समय कई बड़े आलिमों ने नोटों का प्रयोग करना हराम बता दिया था। आला हजरत ने शरीयत की रोशनी में एक किताब लिखकर करंसी (नोटों) के प्रयोग को जायज बताया था।

मथुरापुर में बनेगा वाटरप्रूफ स्टेज
जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उर्स प्रभारी सलमान मियां ने बताया कि आला हजरत का उर्स मथुरापुर स्थित इस्लामिक स्टडी सेंटर में भी मनाया जाएगा। जिसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है। बारिश के मौसम को देखते हुए उर्स का स्टेज वाटरप्रूफ बनवाया जाएगा। इसके लिए मुरादाबाद की एक कंपनी से संपर्क किया है। वहीं, जमात रजा ए मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव फरमान मियां ने बताया कि मथुरापुर में जायरीन के ठहरने साथ ही लंगर की व्यवस्था की गई है। उर्स स्थल पर मेडिकल कैंप लगाए जाएंगे। सिटी स्टेशन से जायरीन के लिए मुफ्त बसों की व्यवस्था मथुरापुर तक के लिए रहेगी।

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