ट्रांजिट बीमा में फंसा गाय खरीद का अनुदान, 1250 लाभार्थियों का हुआ था चयन, 1013 के आवेदन लंबित
लखनऊ, अमृत विचार: पशुपालन के साथ दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए 2023 में मंडलीय जिलों में शुरू हुई नंद बाबा मिशन के तहत मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना साकार नहीं हो पाई है। बाहरी राज्य से गाय खरीदने पर वहीं से ट्रांजिट बीमा कराने की बाध्यता और अन्य कठिन कागजी प्रक्रिया के कारण योजना में चयनित कुल 1250 लाभार्थियों में 1013 को अनुदान नहीं मिला है और आवेदन लंबित हैं।
जबकि योजना के ज्यादातर लाभार्थी हरियाणा, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से साहीवाल, गिर, थारपाकर व गंगातीरी दुधारू गाय खरीदकर इकाई संचालित कर रहे हैं। ट्रांजिट बीमा यानी बाहरी राज्य से गाय लाने पर जोखिम को देखते हुए कुछ दिन के लिए कराया जाता है। इसमें आ रही समस्या के कारण सरकार ने बीमा की बाध्यता हटा दी है। साथ ही अब लाभार्थियों को चयन प्रमाण पत्र मिलते ही जल्द गाय खरीदनी होगी और अनुदान जल्द मिलेगा। इससे पहले गाय खरीदने के लिए दो माह का समय निर्धारित था। दुग्धशाला अधिकारी संजय सिन्हा ने बताया कि बीमा स्वैच्छिक हो गया है। साथ ही सभी जिलों में योजना संचालित की जाएगी।
दो गाय पर 80 हजार रुपये अनुदान
यह दो गाय की दो लाख रुपये से इकाई लगाने की दुग्ध विकास विभाग की योजना है। इसका नोडल पशुपालन विभाग है। चयनित लाभार्थी को बाहरी राज्यों से साहीवाल, गिर, थारपाकर व गंगातीरी में कोई दो गाय खरीदने के साथ उनका तीन साल का बीमा, टीनशेड, चारा मशीन समेत अन्य संसाधन खुद से पहले करने हैं। इसके बाद कुल 80 हजार रुपये अनुदान मिलता है। वहीं, मिशन निदेशक राकेश कुमार मिश्र ने समीक्षा में खराब प्रगति मिलने पर दो माह के अंदर गाय खरीदकर 100 फीसद अनुदान भुगतान करने के निर्देश दिए हैं।
मंडलीय जिलों में इतने आवेदन लंबित
लखनऊ- 72, बरेली व सहारनपुर 61-61, मुरादाबाद 60, आगरा 43 आवेदन, अलीगढ़ 45, मिर्जापुर, बांदा व झांसी 59-59, कानपुर नगर 67, आजमगढ़ 37, गोरखपुर 33, गोंडा 45, बस्ती 52, अयोध्या व वाराणसी 70-70, प्रयागराज 56, मेरठ-64
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