Unnao: पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी की हत्या के आरोप में जेल में बंद कन्हैया अवस्थी की KGMU में मौत, इतने बार खारिज हो चुकी थी जमानत
पत्रकार हत्याकांड में मुख्य आरोपी समेत कई जेल में है
उन्नाव, अमृत विचार। गंगाघाट कोतवाली के ब्रम्ह नगर निवासी एक पत्रकार की चार साल पहले सहजनी में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आरोपी कन्हैया अवस्थी की तीन बार हाईकोर्ट और दो बार सुप्रीम कोर्ट से जमानत खारिज हो चुकी हैं। गुरुवार शाम अचानक हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। शुक्रवार को लखनऊ के केजीएमयू में उपचार के दौरान मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम लखनऊ में ही कराया जा रहा है। हत्याकांड के पांच आरोपी अभी भी जेल में हैं।
19 जून 2020 को ब्रम्ह नगर निवासी पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी की सहजनी के पास दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें दिव्या अवस्थी, उसके पति कन्हैया अवस्थी देवर राघवेन्द्र अवस्थी समेत करीब एक दर्जन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। इधर आरोपी कन्हैया अवस्थी ने तीन बार हाईकोर्ट में जमानत अर्जी डाली लेकिन खारिज हो गई।
जिसके बाद इसी वर्ष जुलाई माह और नवम्बर माह में जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट से भी जमानत खारिज हो गई थी। इधर कई दिनों से स्वास्थ्य खराब था। बीते सोमवार को जेल में बंद कैदी कन्हैया की हालत बिगड़ी। जिस पर इलाज के लिये जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां सुधार होने पर जेल दोबारा भेज दिया गया। लेकिन गुरुवार की शाम अचानक दोबारा हालत बिड़गने पर जेल के डॉक्टरों ने बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इसके बाद कानपुर हैलेट अस्पताल भेजा गया। जहां से डाॅक्टरों ने केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ के अस्पताल में उपचार के दौरान ही मौत हो गयी। बताया जा रहा सांस लेने में समस्या होने के चलते हालत बिगड़ी थी। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। कन्हैया अवस्थी का भाई राघवेन्द्र उर्फ ईशु अवस्थी, पत्नी दिव्या अवस्थी समेत अन्य आरोपी अभी भी जेल में बन्द है।
जेल अधीक्षक पंकज सिंह ने बताया कि कैदी कन्हैया अवस्थी की गुरुवार को हालत बिगड़ी थी, जिस पर उसे इलाज के लिये जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां से कानपुर हैलट फिर लखनऊ केजीएमयू रेफर किया गया। जहां कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
हत्याकांड के इन आरोपियों की हो चुकी है जमानत
हत्याकांड में अब्दुल बारी, रानू शर्मा, शाहनवाज, मोनू लुटेरा, कपिल कटारिया, संतोष बाजपेई, विकास दीक्षित, शानू गांधी, टीपू सुल्तान व अफसर समेत नौ की जमानत हो चुकी है। वहीं दिव्या अवस्थी, राघवेन्द्र अवस्थी, सुफियान, रिजवान काना अभी भी जेल में हैं।
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