शादी अनुदान योजनाः फिर बजेगी शहनाई, पीले होंगे बेटियों के हाथ, जारी हुआ करोड़ो का बजट

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Published By Muskan Dixit
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राजीव शुक्ला, लखनऊ, अमृत विचार: गरीब और जरूरतमंद लोगों के घरों में एक बार फिर से शहनाई गूंजेगी और बेटियों के हाथ पीले होंगे। सरकार ने शादी अनुदान योजना के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट दिया है।

शादी अनुदान योजना का लाभ अनुसूचित जाति और सामान्य वर्ग के गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को दिया जाता है। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय शहरी क्षेत्र में 56 हजार 460 रुपये और ग्रामीण क्षेत्र में 46 हजार 080 रुपये तक हो, उन्हें ही यह लाभ मिल सकता है। वर की आयु 21 वर्ष और कन्या की आयु 18 वर्ष होनी चाहिए। अनुदान के रुप में 20000 रुपये की राशि आवेदक के बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन से लेकर भुगतान तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है।

वर्ष 2021-2022 में 48093 अनुसूचित जाति और 20507 सामान्य जाति के लोगों को योजना का लाभ मिला था। वर्ष 2022-2023 और 2023-2024 में योजना का संचालन नहीं हो सका। योजना में धनराशि भी नहीं मिली। उक्त योजना में एक बार फिर सरकार ने 30 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है। इसमें 20 करोड़ अनुसूचित जाति और 10 करोड़ सामान्य के लिए है। बजट तीन माह के लिए दिया गया है।

बजट मिलते ही पोर्टल खोलने की तैयारी
शादी अनुदान योजना में 30 करोड़ का बजट मिलते ही समाज कल्याण विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए हैं। योजना में जरूरतमंदों को आवेदन कराने के लिए पोर्टल खोलने की तैयारी की जा रही है। अगले सप्ताह से पोर्टल खुलने की संभावना है। पोर्टल खुलते ही आवेदन कराए जाएंगे ताकि नए वर्ष में जनवरी माह में जैसे ही मांगलिक कार्य शुरू हो तो गरीबों के घर भी शहनाई बज सके।

शादी अनुदान योजना के लिए 30 करोड़ का बजट शासन से मिला है। अगले सप्ताह आवेदन के लिए पोर्टल खोल दिया जाएगा। प्रयास किया जाएगा कि जनवरी से मार्च तक अधिक से अधिक विवाह कराए जा सकें। 
कुमार प्रशांत, निदेशक समाज कल्याण

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