पीलीभीत: बुजुर्ग का अंतिम संस्कार रोका तब हुई एफआईआर...छेड़छाड़ का विरोध करने पर किया था हमला

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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पूरनपुर, अमृत विचार। घर में घुसकर महिला से छेड़छाड़ की गई। विरोध करने पर पड़ोसी ने लाठी डंडे और धारदार से घर में घुसकर हमला कर दिया। इसके बाद शिकायत करने जा रहे बुजुर्ग को रास्ते में दोबारा घेरकर पीटा गया। जिसमें उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस को तहरीर दी गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।  इससे गुस्साए परिवार ने शव का अंतिम संस्कार रोक दिया। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस विभाग में खलबली मच गई। कई घंटे तक पुलिस मनाने में जुटी रही। बाद में चार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई।तब जाकर परिजन शांत हुए और शव का अंतिम संस्कार कर दिया। हालांकि पुलिस छेड़छाड़ के आरोपों को गलत बता रही है।  

पूरनपुर कोतवाली क्षेत्र के एक व्यक्ति के द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार 29 दिसंबर 2024 की शाम छह बजे उसकी मां अकेली थी। इस बीच गांव का ही छोटेलाल बुरी नियत से घर में घुस आया और जबरन दुष्कर्म करने की कोशिश की। कपड़े भी फाड़ दिए।  बमुश्किल मां ने खुद को बचायास। शोर मचाकर जब ग्रामीणों से शिकायत की गई तो आरोपी छोटेलाल ने अपने साथी रजनेया, भगवानदास को बुलाकर हमला कर दिया। घर में घुसकर लाठी डंडे से मारपीट की गई।  उसी दिन कोतवाली में तहरीर दी गई। इसकी जानकारी होने पर 30 दिसंबर को सुबह सात बजे छोटेलाल, रजनेश, भगवानदास, रिंकी लाठी डंडे, धारदार हथियार, तमंचा लेकर घर में घुस आए और उसके चाचा को पीटते हुए अपहरण करने की कोशिश की। पीड़ित ने अपने भाई, पिता और बाबा ने जब बचाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उन पर भी हमला कर दिया।

शोर पर जमा हुए ग्रामीणों ने बचाया। घायलों को बाइकों से लेकर पूरनपुर कोतवाली तहरीर देने जा रहे थे। तभी छोटेलाल चार पहिया वाहन से पीछा करता आया और रास्ते में एक होटल के पास घेरकर हमला किया। पीड़ित के बाबा को पटककर जान से मारने की नियत से पसलियों पर ईंट से कई वार किए। जिसमें बाबा मरणासन्न हो ग ए। रासहगीों के जमा होने पर आरोपी भाग गए। इसके बाद पुलिस से  शिकायत की गई। पुलिस ने घायलों का मेडिकल परीक्षण कराया। बाबा समेत दो घायलों को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। वहां से बरेली ले गए और फिर वहां से लखनऊ रेफर कर दिया गया। लखनऊ ले जाते वक्त बाबा की फरीदपुर के पास मौत हो गई। वहीं बरेली के फरीदपुर थाने की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजन के सुपुर्द कर दिया था। उनका कहना है कि मां से दुष्कर्म करने में असफल होने पर पूरे परिवार पर हमला किया गया, जिसमें घायल बाबा की जान  चली गई।  परिजन बरेली से शव लेकर घर आ गए। इसके बाद पुलिस के पूर्व में दी गई तहरीर के बावजूद कार्रवाई न करने पर आक्रोशित हुए। गुरुवार को शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस विभाग में खलबली मच गई। कुछ ही देर में पुलिस गांव पहुंची और परिवार को मनाने का प्रयास शुरू कर दिया गया। हालांकि कार्रवाई की मांग पर परिजन अडिग रहे। हालांकि बाद में पुलिस ने मृतक के पौत्र की ओर से मामले में छोटेलाल, रजनेश, भगवासनदास, रिंकी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इस पर परिजन शांत हुए और शाम करीब चार बजे शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

परिजन बोले-दो बार दी तहरीर..नहीं लिखी रिपोर्ट
अंतिम संस्कार रोकने के दौरान परिजन का कहना था कि घटना के बाद कोतवाली पुलिस का रवैया लापरवाह रहा।  दो-दो बार पुलिस को तहरीर दी गई। मारपीट का वीडियो उसी दिन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद भी  उनकी सुनवाई नहीं की गई। आरोप है कि महिला के साथ छेड़छाड़ और मारपीट की तहरीर पुलिस को दी गई। पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोप को हटा दिया और तहरीर रख ली। उसके बाद फिर दोबारा मारपीट की शिकायत पुलिस से की गई। पिटाई से घायल हुए परमाई आदि का पुलिस ने मेडिकल करा दिया। मगर, रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।  

दूसरे पक्ष की पहले ही कर दी कार्रवाई
बताते हैं कि दोनों पक्षों के बीच खेत की मेड़ को लेकर विवाद शुरू हुआ था। इसके बाद कई बार मारपीट हुई। मृतक के परिजन का आरोप है कि कोतवाली पुलिस ने मिलीभगत के चलते छोटेलाल पक्ष की ओर से 30 दिसंबर को ही रिपोर्ट कर ली। जबकि उनके परिवार को कार्रवाई करने के बजाय टरकाया जाता रहा। इसे लेकर कोतवाली पुलिस पर दूसरे पक्ष से साठगांठ करने के आरोप लगाए गए। अंतिम संस्कार रोकने के दौरान इसी को लेकर नाराजगी जताई जाती रही।

मामला छेड़छाड़ का नहीं है। परिजन से मिली तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। विवेचना में साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। एक पक्षीय कार्रवाई के आरोप निराधार हैं। -नरेश त्यागी, कोतवाल पूरनपुर

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