Bareilly: रैबीज का शिकार...बिल्ली ने मारा पंजा मारा था ! अब मामूली खरोंच ने ली पांच साल के मासूम की जान

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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बरेली, अमृत विचार। बिल्ली के हमले में घायल होने के बाद वैक्सीन न लगवाने की चूक ने बिल्सी (बदायूं) के पांच वर्षीय शिफान की जान ले ली। रैबीज के लक्षण दिखने के बाद बृहस्पतिवार को उसे तीन सौ बेड अस्पताल के एआरवी सेंटर से हायर सेंटर रेफर किया गया था। इसके बाद लखनऊ ले जाते वक्त उसने सीतापुर के पास दम तोड़ दिया। दम तोड़ने से पहले आखिरी बार उसने अपनी मां को याद किया।

शिफान के परिजनों के मुताबिक करीब महीना भर पहले पड़ोसी की पालतू बिल्ली ने उसके हाथ पर अपने पंजे से खरोंच मार दी थी। कुछ दिन पहले उसके व्यवहार में बदलाव आने लगा और उसे पानी और हवा से डर लगने लगा। बृहस्पतिवार को उसे तीन सौ बेड अस्पताल के एआरवी सेंटर लाया गया था जहां रैबीज के लक्षण पाए जाने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इसके बाद परिजन उसे लखनऊ ले जा रहे थे कि सीतापुर के बाद उसे दो उल्टियां आईं और उसने दम तोड़ दिया।

बच्चे की मौत की सूचना पर आईडीएसपी की टीम सक्रिय हो गई। आईडीएसपी प्रभारी के अनुसार बच्चे की मौत के साथ उस पर हमला करने वाले जानवर की भी मौत हुई होगी। बदायूं आईडीएसपी की टीम इसकी पुष्टि करने की कोशिश कर रही है। बिल्सी में बच्चे के घर के आसपास इसी सप्ताह या उससे पहले किसी जानवर की मौत हुई है तो पुष्टि हो जाएगी कि उस पर हमला करने वाला जानवर कौन था। हालांकि परिजन पड़ोसी की पालतू बिल्ली के ही पंजा मारने की बात कह रहे हैं।

पिता का मेडिकल स्टोर, फिर भी नहीं लगाई एंटी रैबीज वैक्सीन
आईडीएसपी प्रभारी डॉ. मीसम ने बताया कि रैबीज से जान गंवाने वाले बच्चे के परिजन शिक्षित हैं। पिता मेडिकल स्टोर चलाते हैं। इसके बाद भी उन्होंने बिल्ली के हमले में घायल अपने बच्चे को एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने की सावधानी नहीं दिखाई। परिवार की यही लापरवाही बच्चे के लिए जानलेवा साबित हो गई। उन्होंने कहा कि कुत्ता, बिल्ली या बंदर समेत किसी भी जानवर के काटने पर डॉक्टर की सलाह के मुताबिक फौरन एआरवी और सिरम लगवाना चाहिए।

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