मुरादाबाद : प्रधानाध्यापक की पिटाई से चली गई छात्रा की आंख की रोशनी
जिलाधिकारी तक पहुंचा मामला, बीएसए को मामले की जांच कर आरोपी प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई के दिए निर्देश
मुरादाबाद, अमृत विचार। नगरीय क्षेत्र के भोगपुर मिठौनी प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने कक्षा 3 की छात्रा की पिटाई एक महीने पहले उसके घर जाने की जिद पर कर दी थी। आरोप है कि प्रधानाध्यापिका की पिटाई से छात्रा की बाईं आंख की रोशनी चली गई। परेशान छात्रा की मां ने जिलाधिकारी से मिलकर न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपी प्रधानाध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
छात्रा की मां ने डीएम को बताया कि उन्होंने अपनी बेटी का सरकारी नेत्र चिकित्सालय और निजी नेत्र चिकित्सकों से लेकर दिल्ली के एम्स अस्पताल में उपचार कराया है। जिसमें पता चला है कि छात्रा अब उस आंख से नहीं देख सकेगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच कर आरोपी प्रधानाध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ज्योति कश्यप पत्नी अरविंद निवासी कांशीराम कालोनी ब्लॉक एफ थाना मझोला ने बताया कि उसकी दो बेटियां भोगपुर मिठौनी प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 3 में पढ़ती हैं। ज्योति ने विद्यालय की प्रधान अध्यापिका गीता करन पर अपनी छोटी बेटी हिमांशी की बुरी तरह से पिटाई करने का आरोप लगाया है। छात्रा की मां का आरोप है कि प्रधानाध्यापिका के द्वारा की गई पिटाई से छात्रा हिमांशी की आंख की रोशनी चली गई है। उसका आरोप है कि मुरादाबाद से लेकर दिल्ली के एम्स अस्पताल के नेत्र चिकित्सकों ने हिमांशी की आंख रोशनी चले जाने की बात कही है। जिसको लेकर वह मंगलवार को जिलाधिकारी अनुज सिंह से मिली और पूरी घटना बताई। जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को छात्रा का इलाज कराने के लिए निर्देशित किया। साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच कर आरोपी प्रधानाध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
भोगपुर मिठौनी प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के द्वारा छात्रा की पिटाई से कक्षा 3 की छात्रा की एक आंख की रोशनी चले जाने का मामला सामने आया है। मामले की जांच के लिए खंड शिक्षा अधिकारी नगरीय शुभम गुप्ता को जांच सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। -विमलेश सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी।
ये भी पढ़ें - मुरादाबाद : महाकुंभ के आयोजन में खामियां तलाश रहीं बाबर-औरंगजेब की औलादें
