रोजा रखने वाले शुगर व बीपी के रोगी रहें सर्तक, महीने की शुरुआत से पहले ही सतर्कता जरूरी... कानपुर में IMA अध्यक्ष ने दी सलाह

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। रमजान में रोजा रखने वालों को मधुमेह व रक्तचाप को नियंत्रण में रखने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। महीने की शुरुआत से पहले ही डॉक्टर से परामर्श लें। भोजन के समय में बदलाव के कारण दवा दी डोज संशोधित जरूर कराएं। यह जानकारी आईएमए अध्यक्ष डॉ.नंदिनी रस्तोगी ने दी।  

परेड स्थित आईएमए कार्यालय के सभागार में शुक्रवार को रोजा रहने वाले मधुमेह, उच्च रक्तचाप और किडनी रोग से ग्रस्त लोगों के लिए स्वास्थ्य जागरुकता का आयोजन किया गया। डॉ.नंदिनी ने बताया कि जो मरीज केवल आहार और व्यायाम पर हैं, उन्हें पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए। जो मरीज रक्त शर्करा कम करने वाली दवाएं ले रहे हैं, उन्हें सख्त चिकित्सकीय मार्गदर्शन में दवाएं लेनी चाहिए। 

वैज्ञानिक सब कमेटी के चेयरमैन डॉ. एसी अग्रवाल ने बताया कि भोजन में साबुत अनाज की रोटी, ओट्स, क्वोन्हा, ब्राउन चावल शामिल करना चाहिए। खीरा, हरी बीन्स, कूटू , छोला, तरबूज आदि का सेवन अधिक करना चाहिए। लीन प्रोटीन (मीट, चिकन, फिश व अंडा) को बढ़ाया जाना चाहिए। मीठे पेय पदार्थ, सिरप और जूस, रिफाइंड खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। सचिव डॉ.विकास मिश्रा ने बताया कि रक्तचाप के रोगियों को चिकित्सकीय देखरेख में अपनी दवाएं जारी रखनी चाहिए।

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