Kannauj: सत्यदेव आनंद महिला विद्या पीठ से हटाए गए केंद्र व्यवस्थापक, यूपी बोर्ड परीक्षा में सॉल्वर पकड़े जाने पर हुई कार्रवाई
कन्नौज, अमृत विचार। यूपी बोर्ड की परीक्षा में तिर्वा तहसील क्षेत्र के सत्यदेव आनंद महिला विद्या पीठ हसेरन में केंद्र व्यवस्थापक हरीकिशन यादव को हटा दिया गया है। उनकी जगह पर राजकीय हाईस्कूल जोगिनीपुर हसेरन की सहायक अध्यापक अहिल्या को केंद्र व्यवस्थापक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
डीआईओएस डॉ. पूरन सिंह ने बताया कि वाह्य केंद्र व्यवस्थापक शिवेंद्र प्रताप ही रहेंगे। नव नियुक्त केंद्र व्यवस्थापक को 6 मार्च को सुबह 6:30 बजे केंद्र पर पहुंचकर नकलविहीन परीक्षाएं संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं।
डीआईओएस ने प्रश्न पत्रों की सुरक्षा, सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, डीवीआर, राउटर डिवाइस, हाईस्पीड ब्राडबैंड कनेक्शन दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं। डीआईओएस की ओर से जारी हुए आदेश में कहा गया है कि पहली मार्च को सुबह की पाली में हाईस्कूल गणित की परीक्षा में दो छद्म परीक्षार्थी पकड़े गए थे। उसी के बाद यह कार्रवाई की गई है। दूसरी ओर बुधवार को पहली पाली में इंटरमीडिएट में उर्दू की परीक्षा आठ केंद्रों पर हुई। इसमें पंजीकृत 51 परीक्षार्थियों में से 44 शामिल हुए और 7 अनुपस्थित रहे। इसी तरह दूसरी पाली में इंटरमीडिएट में इतिहास का पेपर हुआ जिसमें 551 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इसमें 508 ने परीक्षा दी और 43 ने छोड़ दी। कुल 38 केंद्रों पर इम्तिहान हुआ।
पूर्व विधायकों के विद्यालय बने चर्चा का केंद्र
खास बात यह है कि साल्वर पकड़ने वाले ज्यादातर मामले पूर्व विधायकों के ही स्कूल में हुए हैं। पड़ोसी जनपद औरैया में जहां एटा सांसद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है तो कन्नौज जनपद के हसेरन स्थित सत्यदेव आनंद महिला विद्या पीठ में दो साल्वर पकड़े गए। यह विद्यालय पूर्व विधायक अरविंद प्रताप सिंह का है। हसनपुर स्थित जनता इंटर कॉलेज में तो तीन मार्च को पांच साल्वर पकड़े गए हैं। यह कॉलेज पूर्व विधायक औसान सिंह यादव का है। यहां पांच साल्वरों व इतने ही विद्यार्थियों पर केस दर्ज कराया गया है।
