Chaitra Navratri: कन्या पूजन के बिना पूर्ण नहीं होगा आपका व्रत, नवरात्री पर करें ये काम 

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Published By Anjali Singh
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अमृत विचार। नवरात्र के आखिरी दिनों अष्टमी और नवमी पर कन्या या कंजक पूजन किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार नवरात्री में आखिरी दिनों में कन्या पूजन करने से ही आपके नौ दिनों का व्रत पूरा होता है। मां दुर्गा की पूजा कर सात से ग्यारह कन्याओं को घर में बुलाकर उन्हें भोजन करवाया जाता है इनमे हलवा पूड़ी, चने, दही इत्यादि शामली है। इसके साथ उन्हें कुछ पैसे या फिर उपहार स्वरूप कोई वस्तु का दान भी दिया जाता है। ये सभी कन्याएं हमारे लिए मां के नौ रूपों में हमारे घर में पधारती हैं। 

कैसे करें कंजक पूजन 

कन्याओं का पूजन करने के लिए से पहले आप पानी से उन सभी के पैर को धोये। 
उसके बाद किसी साफ़ जगह पर उन्हें आसान ग्रहण करने को कहे। और उन्हें माता की चुनरी ओढ़ाए और फिर उन्हें भोजन स्वरूप प्रसाद ग्रहण करने को दें। 

माता स्वरूप इन कन्याओं को भोजन कराने के बाद आप इन्हें दान स्वरूप कुछ दें सकते है बहुत से लोग रूपये पैसे का दान करते है। और कई लोग वस्तुओ जैसे भोजन की थाली, रुमाल, पेन, पेंसिल बॉक्स जैसे चीजों का दान करते हैं। 

किस तरह का भोजन परोसे  

कंजक पूजन के लिए हलवा पूड़ी और चना के रूप में सभी अर्पित करते हैं। लेकिन बहुत से लोग दही जलेबी भी खिलते हैं। आप उन्हें नारियल भी भेट स्वरूप दें सकते हैं। साथ ही कन्याओं को दिए जाने वाला भोजन सात्विक होता हैं उसमे किसी भी प्रकार का कोई अनाज या अन्यथा वाला भोजन नहीं परोसा जाता है। 

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