वक्फ संपत्तियों के खेल: नाना ने नानी को मेहर में दी थी जमीन, 5 रुपये किराया देने वालों को 2 लाख देकर खाली करा लिया 

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Published By Nitesh Mishra
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मुतवल्ली को मिला वक्फ संपत्तियों को निष्प्रयोज्य दिखाने का खेल

कानपुर, अमृत विचार। वक्फ संपत्तियों को हड़पने के लिए कैसे कैसे खेल अवैध कब्जेदार या भू-माफिया अपनाते हैं, आप सोच नहीं सकते। बकरमंडी स्थित कब्रिस्तान में एक अवैधे का मालम कोर्ट पहुंचा तो एक कब्जेदार ने अदालत में हलफनामा लगा दिया कि उसकी नानी को नाना ने मेहर में ये जमीन दी थी। सबूत भी कोर्ट में ऐसे दिए कि आजतक उस सबूत को झुठला नहीं पाया और आज भी अवैध कब्जेदार रह रहा है। 

बताते चलें कि वक्फ संशोधन अधिनियम बनने के बाद घनी आबादी में बिल्डरों में हड़कंप मचा है क्योंकि घनी आबादी में दर्जनों वक्फ संपत्तियों को बिल्डरों ने औने पौने खरीद लिया है और वहां बहुमंजिली इमारतें तैयार हो गी है। 

बताते चलें कि वक्फ संपत्तियों में किसी का परिवार सौ साल तो कोई 70-80 साल से रह रहा है। इनका किराया 5 रुपये, 7 रुपये, 10 रुपये, 15 रुपये तक है। ऐसी पुरानी वक्फ की जमीनों पर बिल्डरों की नजर अधिक रहती है। वे इतने कम किराया देने वाले किरायेदारों को 2 से 3 लाख रुपये देकर खाली करा लेते हैं और फिर वहां बहुमंजिली इमारतें तान देते हैं।  

कारोबारियों के लिए वक्फ संपत्तियां मलाई

शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्रों में तमाम ऐसे लोग हैं जिनका कारोबार पूरी तरह खत्म हो गया है लेकिन उनकी नजर ऐसी वक्फ संपत्तियों पर होती है क्योंकि वक्फ की जमीनें बहुत सस्ती मिल जाती हैं और फिर उससे मोटी कमाई होती है। उदाहरण के तौर पर कोई वक्फ संपत्ती पर बिल्डर ने 1 करोड़ रुपये खर्च कर दिया तो ऐसी बिल्डिंग में 50-50 फ्लैट बनाते हैं। अब एक फ्लैट 20 लाख का भी सेल हुआ तो आप अंदाजा लगा लीजिए कि कितनी आय हो गई।

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