सेवा व त्याग भारत की पहचान, लखनऊ में बोले दत्तात्रेय होसबाले, गोरक्ष-अवध प्रांत के कार्यकर्ताओं को सीएम ने किया सम्मानित, जताया आभार

लखनऊ, अमृत विचार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि सेवा व त्याग भारत की पहचान है। भारत आध्यात्मिक व सांस्कृतिक के साथ-साथ सेवा व त्याग की भूमि है। उन्होंने कहा कि भारत में यात्राओं के माध्यम से सेवा की एक सुदीर्घ परंपरा रही है। एनएमओ के ध्येय मंत्र 'न त्वहं कामये राज्यं न स्वर्गं नापुनर्भवम्। कामये दुःखताप्तानां प्राणिनाम् आर्तिनाशनम्' के भाव से सुदूर क्षेत्रों में जाकर जिन चिकित्सकों ने सेवा कार्य किया है, उनके प्रति समाज को कृतज्ञ रहना चाहिए।
सरकार्यवाह ने यह बातें सोमवार को गोमतीनगर विस्तार स्थित सीएमएस के सभागार में आयोजित गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा के कार्यकर्ता सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के साथ सीएम योगी ने भगवान श्री धन्वंतरी, भारत माता, गुरु गोरखनाथ और स्वामी विवेकानंद के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि केवल पैसे कमाने वाले चिकित्सक न बनें, सेवा करने वाले बनें। सेवा के लिए हृदय में तड़पन चाहिए। भारत की सभ्यता व संस्कृति में दैवीय भाव है। इसलिए सेवा में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए। हम प्राणिमात्र के कल्याण की बात करते हैं। तो एनएमओ और उससे जुड़े चिकित्सकों की साधना अत्यंत प्रशंसनीय है। यह यात्रा मेडिकल के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक है। सरकार्यवाह ने कहा कि जनता, सामाजिक संगठन और सरकार जब मिलकर सेवा कार्य करते हैं, तो उसके अद्भुत परिणाम आते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में यात्राओं की एक लंबी श्रृंखला रही है। आदि शंकराचार्य ने भी शंकर दिग्विजय यात्रा के माध्यम से भारत को सांस्कृतिक रूप से जोड़ा था। ऐसी धार्मिक यात्राएं केवल आस्था नहीं, बल्कि समाज को एकसूत्र में बांधने का माध्यम होती हैं। उन्होंने कहा, उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम तक भारत आदिकाल से एक सांस्कृतिक इकाई रहा है और धार्मिक यात्राओं पर कोई प्रतिबंध नहीं लगा सका। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में भी ऐसी ही एकता को पुनः स्थापित करने का कार्य पांच साल पहले प्रारंभ हुआ।
सेवा न्यास और महंत अवैद्यनाथ जी को बताया प्रेरणा स्रोत
सीएम योगी ने कहा, हमें आभार प्रकट करना चाहिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का, नानाजी देशमुख जी और अपने पूज्य गुरुदेव महंत अवैद्यनाथ का। उन्होंने बच्चों के लिए छात्रावास और स्कूल की व्यवस्था कराई। उन्होंने कहा, नेपाल में माओवादी और मधेशियों के बीच भीषण संघर्ष हुआ तो मैंने हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी से हालात की जानकारी ली थी। तब समझ में आया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में संघ और उससे जुड़ी संस्थाएं कैसे काम कर रही हैं।
कार्यकर्ताओं का सम्मान, भविष्य का संकल्प
समारोह के अंत में सीएम योगी ने यात्रा से जुड़े सभी स्वयंसेवकों, पदाधिकारियों और सेवा न्यास को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह यात्रा केवल स्वास्थ्य सेवा नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण और सामाजिक एकात्मता की यात्रा है। यह हमें जगतगुरु शंकराचार्य की याद दिलाती है। जब यात्राओं के माध्यम से जनजागरण का कार्य हुआ करता था। आज यह कार्य भारत-नेपाल सीमा पर हो रहा है। यह यात्रा चलती रहनी चाहिए और सबका अभिनंदन होना चाहिए।
कैंसर संस्थान के निदेशक डा. एमएलबी भट्ट ने कहा कि लखनऊ में टेली मेडिसिन सेंटर की स्थापना गुरु गोरखनाथ सेवा न्यास की ओर से की जाएगी। इसके अलावा अयोध्या में प्रतिवर्ष स्वास्थ्य मेला लगाया जाएगा। विदित हो कि नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन अवध एवं गोरक्ष प्रांत तथा श्री गुरु गोरखनाथ सेवा न्यास के संयुक्त तत्वावधान में भारत-नेपाल सीमा के वनवासी क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है।
पांचवी स्वास्थ्य सेवा यात्रा के दौरान 253 चिकित्सा शिविरों में 2,18,750 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें नि:शुल्क दवाएं वितरित की गईं। इसमें 58 चिकित्सा संस्थानों के 732 चिकित्सक व 707 मेडिकल के छात्रों ने सहयोग किया।
गुरु गोरखनाथ यात्रा के प्रभारी किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के गैस्ट्रो मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सुमित रूंगटा ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक कौशल की प्रेरणा से वर्ष 2019 में गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा प्रारंभ हुई थी। तब से प्रतिवर्ष भाऊराव देवरस सेवा न्यास और नेशनल मेडिकोज आर्गनाइजेशन (एनएमओ) के सहयोग से गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
यात्रा के संयोजक डॉ. भूपेन्द्र ने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान यदि कोई गंभीर बीमारी निकलती है तो उसे केजीएमयू या लोहिया बुलाकर उपचार कराया जाता है। कार्यक्रम शुरू होने से पहले एक गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा के कार्यों पर डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। एनएमओ के प्रांत अध्यक्ष डाक्टर विजय कुमार, यात्रा के प्रभारी डॉक्टर सुमित रूंगटा, एनएमओ के प्रदेश सचिव डॉक्टर प्रभात पाण्डेय, एनएमओ अवध प्रांत के सचिव डॉक्टर शिवम और डॉक्टर पूरनचंद ने मंचस्थ अतिथियों का स्वागत किया। ओजस्वी व आर्यन ने बांसुरी की धुन पर 'हम सेवक हैं मानवता के सेवाधर्म हमारा है' एकल गीत प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री व सरकार्यवाह के हाथों इन्हें किया गया सम्मानित
शांतनु सिंह, सृष्टि, अवधेश वर्मा, डा. मधूलिका सिंह, संदीप बंसल, जतिन वर्मा, अभिनव भार्गव, बिराज सागर दास, शरद जैन, विवेक वर्मा, आनंद शेखर, मथुरेश श्रीवास्तव, अखिलेन्द्र दुबे, डा. श्लोक सिंह, डा. सौरभ गर्ग, डा. मनीष सिंह, योगेश पटेल, सुनील कालरा, यशवर्धन अग्रवाल, डा. आर के ठुकराल, सुरेश अग्रवाल, गिरीश, डा. रोहित प्रसाद, डा. विनीत मिश्रा, डा. ए.पी. सिंह, पीयूष सिंह चौहान, मोहम्मद सलीम व दीपेश गुप्ता को मुख्यमंत्री व सरकार्यवाह के हाथों सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वांतरंजन, क्षेत्र प्रचारक अनिल जी, प्रांत प्रचारक कौशल, इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री संजय, प्रांत संघचालक सरदार स्वर्ण सिंह, संघ के वरिष्ठ प्रचारक वीरेंद्र सिंह, क्षेत्र कुटुंब प्रबोधन प्रचारक प्रमुख अशोक उपाध्याय, अशोक केडिया, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, संघ के प्रांत संपर्क प्रमुख गंगा सिंह, सामाजिक समरसता विभाग के प्रांत संयोजक राजकिशोर, पर्यावरण गतिविधि के ललित श्रीवास्तव, विशेष संपर्क प्रमुख प्रशांत भाटिया, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय राय, एमएलसी अनूप कुमार गुप्ता, कैंसर संस्थान के निदेशक डा. एम.एल.बी. भट्ट, लोहिया संस्थान के निदेशक डा. सीएम सिंह, डा. कृतिका प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं।
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