UP Board Result 2025: हाईस्कूल में स्वर्णिम व इंटर में जीविका रहीं कानपुर टॉपर, बगैर कोचिंग पढ़े मेधावियों ने बनाया प्रदेश व जिले में नाम

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
On

कानपुर, अमृत विचार। यूपी बोर्ड हाई स्कूल व इंटर की परीक्षा में स्वर्णिम ने हाई स्कूल व जीविका ने इंटर में शहर में पहला स्थान हासिल किया। खास बात यह है कि मेरिट सूची में आने वाले मेधावियों ने कोचिंग से दूर रहकर पढ़ाई की। इस पढ़ाई के बाद अब मेधावी डीएम और इंजीनियर बनने का प्रयास कर रहे हैं। उधर मेधावियों ने यह भी बताया कि परीक्षा मंं मेरिट हासिल करने वाले मेधावी सोशल मीडिया का गुलाम बनना जरूरी नहीं समझते। इस मुद्दे पर उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन और सोशल मीडिया का यदि बेहतरी के साथ उपयोग किया जए तो उससे बेहतर परिणाम भी निकाले जा सकते हैं। 

शहर टॉपर बने स्वर्णिम कुशवाहा 

ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज के छात्र स्वर्णिम कुशवाहा ने 600 में 582 अंक लाकर 97 फीसदी के साथ शहर में हाई स्कूल में टॉप किया है। स्वर्णिम में प्रदेश में भी छठवीं रैंक हासिल की है। सीसामऊ स्थित अपनी ननिहाल में रहकर पढ़ाई करने वाले स्वर्णिम मूलरूप से शिवराजपुर के रहने वाले हैं। स्वर्णिम ने बताया कि वह भविष्य में खुद को कंप्यूटर साइंस इंजीनियर बनना चाहते है।

उन्होंने बताया कि उनके पिता सुशील कुमार जन सेवा केंद्र चलाते हैं जबकि मां सुनीत कुशवाहा शिक्षिका है। ननिहाल में वे अपने नाना राम प्रसाद कुशवाहा के घर रहकर पढाई करते हैं। स्वर्णिम ने यह भी बताया कि शहर की तरह यदि गांव में भी पढ़ाई की बेहतर व्यवस्था हो तो बच्चों को अपने गांव से बाहर रहकर पढ़ाई नहीं करनी होगी। इसके अलावा उन्होंने यह भी जानकारी दी कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए किसी तरह की कोचिंग नहीं पढ़ी थी। 

डीएम बन सेवा करना चाहती जीविका

ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज की छात्रा जीविका श्रीवास्तव ने इंटर में 95.40 फीसदी अंक हासिल कर जिले में पहला स्थान हासिल किया है। जीविका को 500 में 477 अंक हासिल हुए हैं। लेनिन पार्क निवासी जीविका बड़े होकर डीएम बनकर लोगों की सेवा करना चाहती है।

उन्होंने बताया कि इससे पहले वे इंजीनियरिंग भी करना चाहती है। जीविका के पिता नीरज श्रीवास्तव जलकल विभाग में आरआई पद पर तैनात है। खास बात यह है कि जीविका की बहन इशिका ने भी इंटर परीक्षा में 93 फीसदी अंका हासिल कर जिले की टॉप दस मेधावियों में अपना 7वां स्थान लाया है। इशिका बड़े होकर डॉक्टर बनना चाहती है। दोनो बहनों ने बताया कि घर में उनकी पढ़ाई में सबसे अधिक सहयोग मां पूर्णिमा श्रीवास्तव ने किया है। 

इंजीनियर बनना चाहती है शगुन

यूपी बोर्ड परीक्षा में इंटर में शगुन गुप्ता ने 94.40 प्रतिशत अंका हासिल कर शहर में तीसरा स्थान हासिल किया है। शगुन ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज की छात्रा है। शगुन ने 500 में से 472 अंक हासिल किए हैं। हाई स्कूल में भी 95 फीसदी अंक थे। उस वक्त भी शहर की टॉप दस मेधावियों की सूची में शामिल थी। शगुन आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहती है। इसके लिए उन्होंने जेईई मेंस परीक्षा भी दी थी। इस परीक्षा में उनके 88 परसेंटाइल रहे हैं। हटिया निवासी शगुन के पिता आलेक गुप्ता व्यापारी है और उनकी मां रजनी गुप्ता गृहणी। उन्होंने बताया कि परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने किसी तरह की कोचिंग नहीं की है। 

इंजीनियर बनना चाहते शौर्य

ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज के छात्र शौर्य अवस्थी ने यूपी बोर्ड परीक्षा में इंटर में शहर में आठवां स्थान हासिल किया है। उन्होंने 500 में से 464 अंक हासिल किए है। इस तरह से उन्होंने 92.80 प्रतिशत अंक हासिल किए। शौर्य ने दसवीं में भी शहर में सातवीं रैंक हासिल की थी। शौर्य आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहते हैं। पीरोड निवासी शौर्य ने बताया कि उनके पिता अमितेश अवस्थी प्राइवेट जॉब करते हैं। उनकी मां नीलम अवस्थी एक गृहणी हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने कोई कोचिंग नहीं की थी। स्कूल व घर में पढ़ते हुए उन्होने मेधावियों की लिस्ट में अपना नाम शामिल किया।

संबंधित समाचार