वृद्धावस्था पेंशन के सत्यापन शुरू, अपात्र को नहीं मिलेगा लाभ
- समाज कल्याण विभाग वृद्धा पेंशन का कराएगा पुर्नसत्यापन - मनमाने तरह से मृतक या अपात्र दिखाने पर होगी कार्रवाई
लखनऊ, अमृत विचार। प्रदेश में वृद्धावस्था पेंशन का पुर्नसत्यापन कराया जाएगा। सत्यापन में लाभार्थी को बिना जांच व पुष्टि किए मनमाने तरीके से मृतक या अपात्र दिखाने पर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। शासन ने इस तरह की शिकायतों पर कड़ा रुख दिखाते हुए पुर्नसत्यापन कराने के निर्देश दिए हैं।
समाज कल्याण विभाग की वृद्धा पेंशन की किस्त जुलाई में आएगी। इससे पहले पारदर्शिता के लिए लाभार्थियों का सत्यापन कराया जा रहा है। नगर में नगर आयुक्त, ईओ और ग्रामीण इलाकों में बीडीओ अपने विभागों के कर्मियों से सत्यापन करा रहे हैं। जो 25 मई तक रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को सौंपेंगे। इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर टीमें बनाकर उन्हीं में कुछ लाभार्थियों का अचानक पुर्नसत्यापन करेगा।
ऐसा इसलिए कि ज्यादातर सत्यापन में मनमाने तरीके से लाभार्थियों को मृतक या अपात्र करने की शिकायतें हैं। इसका प्रमुख सचिव डॉ. हरिओम ने संज्ञान लेकर सख्ती से पुर्नसत्यापनकराने के निर्देश दिए हैं। यदि बेवजह लाभार्थी मृतक या अपात्र किए गए तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राजधानी में 30 फीसदी सत्यापन में मिले 167 मृतक
लखनऊ में वृद्धा पेंशन के 71,667 लाभार्थी हैं। इनमें 30 फीसदी का सत्यापन का लिया गया है। इसमें 167 लाभार्थी मृतक मिले हैं। 25 मई तक सत्यापन पूर्ण हो जाएगा। इसके बाद जिलाधिकारी स्तर से टीम बनाकर पुर्नसत्यापन कराया जाएगा। जिलाधिकारी विशाख जी ने भी इस पर सख्ती दिखाई है और गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह ने बताया कि पारदर्शिता के लिए पुर्नसत्यापन के निर्देश दिए गए हैं।
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