लखनऊ: पावर प्लांट की तर्ज पर स्थापित होंगे सोलर पार्क, शहर से लेकर गांव तक होंगे सौर ऊर्जा से जगमग

लखनऊ: पावर प्लांट की तर्ज पर स्थापित होंगे सोलर पार्क, शहर से लेकर गांव तक होंगे सौर ऊर्जा से जगमग

लखनऊ, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश के छोटे-छोटे जिलों में पावर प्लांट की तर्ज पर सोलर पार्क स्थापित करने की कवायद तेज कर दी गई है। ऐसे में आने वाले सालों में शहर से लेकर गांव तक सौर ऊर्जा से जगमग होंगे। इस कड़ी में वनटांगनिया गांव समेत कई जिलों की जनजातियों को निःशुल्क सोलर पैनल देने की तैयारी है। शहरों की स्ट्रीट लाइट को भी इसी सोलर पार्क से जोड़ा जाएगा।

दरअसल, राज्य सरकार की मंशा उत्तर प्रदेश को सौर ऊर्जा निवेश के हब के रूप में स्थापित करना है। इसी के साथ ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर) को बढ़ावा देने के साथ बैटरी स्वैपिंग और चार्जिंग स्टेशन के विकास में भी निवेश आकर्षित करना है। इतना ही नहीं, सरकार का उद्देश्य सौर ऊर्जा उत्पादन और भंडारण में उद्योगों को प्रोत्साहित करना भी है। इस उद्देश्य के साथ 2026-27 तक 22,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य है।

प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों में सोलर पार्क विकसित करने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके लिए भूमि भी नगर निगम ही उपलब्ध कराएगा। सोलर पार्क बड़े पैमाने पर स्थापित सौर ऊर्जा उत्पादन के केंद्र बनेंगे, जिनकी अक्षय ऊर्जा के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। ये पार्क सौर पैनलों की विशाल संख्या के माध्यम से सूर्य की रोशनी को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते रहेंगे, जिससे बरसों-बरस स्वच्छ और हरित ऊर्जा प्राप्त होती रहेगी। सौर ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाने से पर्यावरण संरक्षण के साथ राज्य में ऊर्जा संकट को भी कम किया जा सकेगा।

राज्य में कुल 9 सोलर पार्कों को क्रियाशील किया जा रहा है, जिनकी कुल क्षमता 3710 मेगावाट है। इन सभी 9 सोलर पार्कों के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है। बुंदेलखंड के 4 शहरों झांसी, ललितपुर, चित्रकूट और जालौन के अतिरिक्त कानपुर नगर, कानपुर देहात, मिर्जापुर और प्रयागराज जैसे शहरों में सोलर पार्क बनाए गए हैं। उदाहरण के तौर पर झांसी में हिंदूजा रिन्यूएबल इनर्जी 600 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाएगा। यहां 2700 एकड़ जमीन सोलर पार्क के लिए उपलब्ध हो गई है।

उधर, एनटीपीसी ग्रीन इनर्जी ललितपुर में 600 मेगावाट व चित्रकूट में 800 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाएगा। इन तीनों परियोजनाओं में लगभग 16 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। साल के अंत तक इन तीनों अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा पार्क के पूरा होने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में विभिन्न स्रोतों से 2000 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। जबकि, विभिन्न परियोजनाओं के जरिए 3710 मेगावाट उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।

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