छात्रावास के निरीक्षण में मिली खामियां : समाज कल्याण अधिकारी समेत दो निलंबित, मंत्री असीम अरुण ने विभागीय कार्रवाई के दिये निर्देश
Minister Asim Arun caught irregularities during hostel inspection : समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने रामनगर पीजी कॉलेज में अनुसूचित जाति छात्रावास की कायाकल्प व सौंदर्यीकरण के लिए खर्च हुए पांच लाख के भौतिक सत्यापन के दौरान भारी अनियमिताएं पकड़ीं। जिसपर उन्होंने कड़ा रुख अपनाते हुए जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा व छात्रावास अधीक्षक संतोष कनौजिया का तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही अयोध्या मंडल के डिप्टी डायरेक्टर व अभियंता को जांच सौंपकर विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यही नहीं उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो दोषियों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही गबन की गई धनराशि की रिकवरी भी कराई जाएगी।
दरअसल बौद्धिक परिचर्चा के बाद समाज कल्याण मंत्री ने छात्रावास जाकर सभी कमरों का सघन निरीक्षण कर वहां कराए गए कार्यों का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान दस्तावेजों के अनुसार लगाए गए 71 विद्युत सप्लाई बोर्ड, 31 एलईडी लाइट व होल्डरों का मिलान किया। जिसमें अनियमितता पाए जाने पर उनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी सुषमा वर्मा व छात्रावास अधीक्षक संतोष कनौजिया को कड़ी फटकार लगाते हुए दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए घोटाले की जांच के लिये कमेटी बना दी। साथ ही विभागीय कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि अब घोटालेबाजों की खैर नहीं है। शासन की मंशा के अनुरूप पारदर्शी व गुणवत्ता परक कार्य करने ही होंगे। इस मौके पर कॉलेज के सचिव उप जिलाधिकारी विवेकशील यादव, जिला सूचना अधिकारी आरती वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकार गरिमा पंत, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष संतोष सिंह, थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडेय, महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ केके सिंह, डॉ सुनीत सिंह, डॉ एचके मिश्र, डॉ अखिलेश वर्मा, डॉ विश्वेष मिश्र, डॉ रामकुमार सिंह, डॉक्टर मनोज सिंह, डॉक्टर ओम कुमार वर्मा, डॉक्टर संजय तिवारी, सुरेश सिंह, गरिमा श्रीवास्तव, शैलजा दीक्षित और अमरजीत सिंह सहित सभी प्राध्यापक व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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