पीएम आवास पर किया कब्जा, दूसरे की जमीन बेंची : महिलाओं ने दर्ज कराई प्राथमिकी
Occupation of PM's residence : अलग-अलग मामलों में महिलाओं ने न्याय की गुहार लगाई है। खरीदी गई जमीन पर पीएम आवास बनवाया, जमीन बेचने वालों ने महिला को निकाल कर आवास पर कब्जा कर लिया। एक अन्य मामले में महिला की खरीदी गई जमीन पर असल दावेदार आकर खड़े हो गए। दोनों प्रकरणों में पुलिस ने आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज की है।
पहला मामला दरियाबाद थाना क्षेत्र का है। कस्बा के मोहल्ला छीपी निवासी खुर्शीदा खातून ने आरोप लगाया है कि उनके प्रधानमंत्री आवास पर जबरन कब्ज़ा कर लिया गया है। महिला के अनुसार उसने वर्ष 2011 में स्टेशन रोड स्थित एक आवासीय भूमि रजिस्ट्री के माध्यम से खरीदी थी और वर्ष 2022-23 में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत उस पर मकान बनवाया। 3 फरवरी को शाम 5 बजे शैलेन्द्र कुमार पुत्र रामपाल निवासी तारापुर गुमान थाना बदोसराय दो अज्ञात लोगों के साथ पहुंचे और उसे जबरन घर से निकालकर ताला जड़ दिया। विरोध करने पर उन्होंने धमकी दी कि जमीन किसी और को बेच दी गई है और अब मकान खाली करना होगा। उसने इस संबंध में स्थानीय थाने में शिकायत दी लेकिन कार्रवाई न होने पर उच्च अधिकारियों से गुहार लगाई। अधिकारियों के निर्देश पर रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज की।
दूसरा मामला कोतवाली नगर थाना क्षेत्र से जुड़ा है। ग्राम करपिया निवासी कुसुमा देवी ने आरोप लगाया है कि उन्हें फर्जी प्लॉट बेंच कर 3.5 लाख रुपये की ठगी की गई। कुसुमा देवी ने 21 जून 2021 को कुसुमावती पत्नी राम पताली निवासी पल्हरी से 92.90 वर्गमीटर का प्लॉट खरीदा था लेकिन 22 मई 2024 को अन्य लोगों ने उक्त भूमि पर दावा करते हुए अपना बैनामा प्रस्तुत कर दिए। जब पीड़िता ने कुसुमावती से स्पष्टीकरण मांगा तो उन्हें गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी गई।
विदेश में नौकरी के बहाने दो लोगों से लाखों की ठगी
विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर दो अलग-अलग व्यक्तियों से लाखों की ठगी कर ली गई। पीड़ितों में एक विदेश तो हो आया पर वहां कोई काम ही नहीं मिला। लौटकर रुपये वापस मांगे तो उसे धमकी दी गई।
पहला मामला जहाँगीराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम देवकलिया निवासी रामगोपाल पुत्र रमेश पाल से जुड़ा है। रामगोपाल ने बताया कि गांव के ही मोहम्मद ताज पुत्र कल्लू ने अप्रैल 2024 में उसे सऊदी अरब में ड्राइवर की नौकरी दिलाने का झांसा देकर मई से नवंबर 2024 तक उससे विभिन्न खातों में कुल दो लाख रुपये मंगवाए। सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर नवंबर में उसे रियाद भेजा गया, लेकिन वहां उसे कोई नौकरी नहीं मिली और बीस दिन परेशान होकर वह वापस लौट आया। जब रामगोपाल ने मोहम्मद ताज से रुपये वापस मांगे तो उसने टालमटोल की और 17 फरवरी को गाली-गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित ने इसकी सूचना थाने से लेकर मुख्यमंत्री तक दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।
दूसरा मामला टिकैतनगर थाना क्षेत्र के ग्राम जीवल निवासी शौकत अली पुत्र दरगाही का है, जिसने बताया कि गांव के ही शफीक व अतीक पुत्र खलील ने 2022 में उसके बेटे हशमत अली को ओमान में नौकरी दिलाने के नाम पर 95,000 व पासपोर्ट ले लिया। वर्षों बीत जाने के बाद न तो उसके बेटे को विदेश भेजा गया, न ही रुपये और पासपोर्ट वापस मिला। जब शौकत ने 12 मई को रुपये की मांग की तो विपक्षियों ने जान से मारने की धमकी दी। शौकत का आरोप है कि आरोपी पहले भी गांव के कई अन्य व्यक्तियों को इसी तरह ठग चुके हैं। थाना टिकैतनगर में बार-बार प्रार्थना पत्र देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दोनों मामलों में फिलहाल रिपोर्ट दर्ज है।
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