बदायूं: अनुदेशक रहते की पढ़ाई...अब डीसी बालिका के पद पर नियुक्ति की तैयारी

बदायूं, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग में विभागीय नियम ताक में रखे हुए हैं। अनुदेशक को नियुक्ति के बाद से मुख्यालय से संबद्ध रखा। संबद्ध रहते अनुदेशक ने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के साथ डिग्रियां हासिल कीं। जिम्मेदारों ने अनुदेशक पद से इस्तीफा लेकर उसे डीसी प्रशिक्षण नियुक्त कर दिया। अब उसने डीसी बालिका के लिए आवेदन किया है। जिसकी शिकायत होने पर बीएसए ने जांच कमेटी गठित की है।
शहर निवासी राहुल कुमार ने शिकायतकर्ता का आरोप है कि डीसी बालिका पद पर कार्यरत कृष्णा प्रजापति दहगवां ब्लॉक के एक जूनियर स्कूल में अनुदेशक पद पर कार्यरत थे। अनुदेशक पद पर भर्ती होने के बाद से ही बेसिक शिक्षा कार्यालय से संबद्ध रहे। कार्यालय से संबद्ध रहने के दौरान ही इनके द्वारा स्नातक की पढ़ाई करने के साथ ही अन्य डिग्रियां हासिल कीं। जो नियम विरुद्ध है। एक ओर अनुदेशक का वेतन प्राप्त करते रहे और दूसरी ओर डिग्रियां लेते रहे।
कृष्णा प्रजापति ने पिछले साल विभाग अनुदेशक पद से इस्तीफा देकर खाली पड़े डीसी प्रशिक्षण पद पर अधिकारी से सांठगांठ कर आउटसोर्सिंग के माध्यम से पद हासिल कर लिया। यह पद उन्हें अब रास नहीं आ रहा है। अब विभाग में खाली पड़े डीसी बालिका पद को हासिल करने के लिए आवेदन किया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि अनुदेशक रहते इनके द्वारा मानदेय भी लिया जाता रहा और शिक्षा भी ग्रहण करते रहे जो नियम विरुद्ध है, जिसकी जांच की जाए। बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि डीसी प्रशिक्षण के खिलाफ शिकायत हुई है। शिकायतकर्ता ने कई आरोप लगाए हैं। शिकायत की जांच करने के लिए कमेटी का गठन किया गया है।