बाराबंकी: चार साल बाद भी अधूरी पड़ी पेयजल परियोजना, आधा अलीपुर गांव अब भी प्यासा
हैदरगढ़/बाराबंकी, अमृत विचार। जल जीवन मिशन के अंतर्गत अलीपुर गांव में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई परियोजना चार साल बाद भी अधूरी पड़ी है। वर्ष 2021 में आगा खान फाउंडेशन द्वारा टंकी निर्माण और पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन गांव के आधे हिस्से में ही नल कनेक्शन दिए गए और शेष ग्रामीण अब भी पेयजल से वंचित हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण के लगभग दो वर्ष बाद कार्यदाई संस्था काम अधूरा छोड़कर चली गई। टंकी बन जाने के बावजूद उसका संचालन शुरू नहीं हो सका, क्योंकि अब तक किसी ऑपरेटर की नियुक्ति नहीं की गई है। इस कारण आधे गांव की जलापूर्ति भगवान भरोसे चल रही है। गांव के लगभग 200 ग्रामीणों को अब भी साफ पानी नहीं मिल पा रहा है।
पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि वे दो वर्षों से जल जीवन मिशन के नोडल अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। इस संबंध में जब जल निगम के सहायक अभियंता पियूष शुक्ला से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि यह पुरानी परियोजना अब सरकार की नई योजना के तहत अनुरक्षण में ली गई है।
विभागीय स्तर पर संचालन से जुड़ी समस्याओं का समाधान कर परियोजना को जल्द ही चालू स्थिति में लाया जाएगा। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द नल लगाए जाएं और टंकी संचालन के लिए ऑपरेटर की नियुक्ति कर नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए, ताकि गांव के सभी लोगों को शुद्ध पानी मिल सके।
