प्रयागराज: एडेड विद्यालयों के 360 शिक्षकों का हुआ आनलाइन तबादला, खामियां मिलने पर 106 आवेदन हुए निरस्त
आफलाइन 1200 शिक्षकों के तबादले पर संशय बरकरार
प्रयागराज, अमृत विचार। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों (एडेड) में लंबे इंतजार के बाद पहली बार प्रदेश में आज आनलाइन 360 शिक्षकों के तबादले हुए हैं, जबकि आफलाइन तबादलों पर अभी संशय बरकरार है। आनलाइन तबादले के लिए आये आवेदन में खामियां मिलने पर 106 आवेदन को निरस्त कर दिया गया है, क्योंकि भारांक सहित अन्य विवरण के प्रमाणपत्र नहीं लगे थे।
अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने प्रदेश के सभी जेडी, डीआईओएस को जारी पत्र में निर्देश दिया है कि अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में आनलाइन तबादले का परिणाम एनआईसीसी द्वारा घोषित कर दिया गया है। आनलाइन तबादले की साइट- secaidedtransfer.upsdc.gov.in पर जाकर ट्रांसफर आदेश देखा जा सकता है।
अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि सभी अध्यापक उपरोक्त साइट में जाकर अपना मानव संपदा आईडी और मोबाइल नंबर डालकर अपने तबादले का रिजल्ट देख सकते हैं। अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने प्रदेश के सभी डीआईओएस और जेडी को तबादले वाले शिक्षकों के कार्यमुक्त करने का निर्देश जारी कर दिया है।
उधर, एडेड विद्यालयों के 1200 शिक्षक, शिक्षिकाओं के तबादले के लिए आफलाइन आवेदन उप्र शिक्षा निदेशालय प्रयागराज में आ चुके हैं लेकिन शासन स्तर से तबादले के लिए कोई दिशा निर्देश ना मिलने पर लंबित पड़े हैं।
बड़ी संख्या में शिक्षकों के नहीं हुए तबादले, जांच की मांग
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के प्रदेश संरक्षक डॉ हरि प्रकाश यादव का कहना है कि शिक्षकों के तबादले को लेकर प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग के अफसर गंभीर नहीं थे जिससे बड़ी संख्या में शिक्षकों के आनलाइन और आफलाइन तबादले निरस्त हो गये है।
उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग किया है कि जब शिक्षकों ने तबादले के लिए आनलाइन 1700 से अधिक आवेदन किया था तो फारवर्ड होकर सिर्फ 466 आवेदन तबादले के लिए पहुंचे जबकि शेष आवेदन प्रबंधक, डीआईओएस और जेडी की लापरवाही की वजह से तबादले नहीं हो सके। वरिष्ठ शिक्षक नेता डा हरिप्रकाश यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग किया है कि तबादले सभी क्यों नहीं हुए हैं उसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये।
