Bareilly: कांवड़ मार्ग पर खान-पान की दुकानों की निगरानी को टीमें गठित
बरेली, अमृत विचार। सावन का महीना 11 जुलाई से आरंभ हो रहा है। शिवालयों में जलाभिषेक के लिए कांवड़ लेकर बड़ी संख्या में कांवड़ियों के जत्थे जिले से गुजरते हैं। कांवड़ियों को शुद्ध भोजन मिले और किसी तरह का विवाद न हो, इसके लिए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग ने कार्य योजना तैयार कर ली है। विभाग की ओर से कांवड रूट और मिश्रित आबादी वाले इलाकों में संचालित होटलों, ढाबों और रेस्टोरेंट के लिए नियमावली जारी कर दी गई है।
संचालकों को करनी होंगी ये व्यवस्था
सभी होटल ढाबे और रेस्टोरेंट में मूल्य सूची (रेट लिस्ट) प्रदर्शित करनी होगी। इसके साथ ही, प्रत्येक खाद्य प्रतिष्ठान को अपना लाइसेंस, मालिक का पहचान पत्र, फूड सेफ्टी सर्टिफिकेट और फूड सेफ्टी क्यूआर कोड भी अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करना होगा। इस कोड को स्कैन करके कांवड़िये रेस्टोरेंट के स्वामी समेत अन्य जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
पांच टीमें करेंगी निगरानी
कांवड़ रूट पर जगह-जगह कांवड़ियों के लिए भंडारे आयोजित किए जाते हैं। एफएसडीए की टीमें इस बार भंडारों में कांवड़ियों के लिए तैयार होने वाले प्रसाद की भी जांच करेंगी। चेकिंग अभियान चलाने के लिए फूड इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पांच टीमें गठित कर दी गई हैं।
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी - अक्षय गोयल ने बताया कि सावन को लेकर कांवड़ रूट पर संचालित होटल, रेस्टोरेंट समेत अन्य खाद्य प्रतिष्ठानों के लिए आदेश जारी किया गया है। इसके अनुपालन में टीमों को गठन कर दिया गया है। चेकिंग अभियान के तहत मानक पूर्ण न मिलने पर संबंधित प्रतिष्ठान पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
