लखीमपुर खीरी : बाघिन को देख बाइक छोड़कर भागा सवार, दिन भर लोहिया पुल के नजदीक रही बाघिन

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
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बांकेगंज/कुकरा, अमृत विचारः शुक्रवार की सुबह गोला तथा जटपुरा बीट के मध्य बांकेगंज कुकरा मार्ग स्थित लोहिया पुल पर बाघिन के आ जाने से बाइक सवार बाइक छोड़कर भागा। उसी समय कुकरा से बांकेगंज अपनी बेटी के साथ बाइक से आ रहा एक अन्य शिक्षक भी चीखते चिल्लाते अपनी जान बचाकर भागा।

कुकरा निवासी धर्मेंद्र यादव ने बताया कि वह बांकेगंज के एक निजी विद्यालय में कार्य करते हैं तथा वहीं उनकी बेटी पढ़ती है। सुबह करीब सवा सात बजे वह कुकरा से बांकेगंज विद्यालय के लिए निकले। जब लोहिया पुल के पास पहुंचे तो देखा कि सामने सड़क के किनारे एक पल्सर बाइक गिरी हुई थी। लगभग डेढ़ सौ मीटर दूर आगे दो लोग खड़े हाथ हिला रहे थे जिससे उन्होंने पुल पर अपनी बाइक रोक दी। उसी समय उनकी बेटी दामिनी की नजर उनकी बाइक के नजदीक खड़ी बाघिन पर पड़ी। वह बहुत तेजी से चिल्ला उठी जिससे उन्होंने बाघिन को एक कदम पीछे हटते देखा। हिम्मत करके वह भी जोर जोर से चिल्लाने लगे बाघिन एक कदम और पीछे हटी और मुंह फैलाया। मौत को इतने करीब देखने के बाद वह पसीने से भीग गए। वह बाघिन के इतने नजदीक थे कि यदि बाइक छोड़कर भागते भी तो वह हमला कर देती इसलिए बाइक स्टार्ट की और तेजी से आगे निकल आए। इससे जान बच गई। रत्नापुर के मनदीप सिंह ने बताया कि पल्सर बाइक बांकेगंज से कुकरा जा रहे शिक्षक कौशल किशोर की थी जो बाघिन को पुल पर देख बाइक छोड़कर भाग गए थे। बाघिन पुनः लगभग 11 बजे ढाका पुलिया के सड़क पार करता दिखाई दी। जिसका वीडियो भी उस समय वहां से चौपहिया वाहन से निकल रहे एक सिक्ख युवक ने बनाया। सड़क क्रॉस करने के बाद एक नाले में भरे पानी में कुछ देर के लिए बाघिन बैठ गई। उससे कुछ देर तक रोड पर यातायात बाधित रहा। आसपास खड़े लोगों ने सिक्ख युवक से वह वीडियो ले लिया। जो खूब वायरल हुआ। उस समय एक साइकिल सवार भी वहां से निकल रहा था।

ढाका ग्राम प्रधान ने बताया कि बाघिन कई बार सड़क पर से गई। उसके साथ उसके शावक भी हैं। इससे क्षेत्र के लोगों में दहशत फैल गई है। विद्यालय भी खुल चुके हैं तथा पढ़ाई शुरू हो चुकी है। ऐसे में गांव से कुकरा तथा बांकेगंज के विद्यालयों में पढ़ने जाने वाले बच्चे और उनके माता-पिता भयभीत हैं। वन विभाग को लोहिया पुल के पास एक स्थाई चौकी बना देनी चाहिए, जिससे कि लोगों का भय समाप्त हो जाए और बच्चे भी पढ़ने सुरक्षित जा सके। वन विभाग कई दिन पहले से ही बाघिन को पकड़ने की कोशिश कर रहा है परंतु ऐसा लगता है कि वह महज दिखावा कर रही है। जब बाघिन दिखाई देती है तब वन कर्मी उसे ट्रेंकुलाइज करने या पकड़ने का प्रयास नहीं करते हैं तथा जब वह दूर निकल जाती है तब ड्रोन उड़ा कर लोगों को यह दिखाने का प्रयास किया जाता है कि विभाग को हमारी चिंता है। पूरे दिन में कई बार बाघिन के दिखाई देने के बावजूद वन कर्मियों ने कोई प्रयास नहीं किया मौके पर आए जरूर परंतु जानकारी लेकर चले गए ऐसे में यदि हम लोगों के साथ कोई हादसा होता है तो निश्चित ही ग्रामीण और किसान एकजुट होकर पुरजोर विरोध करेंगे। जटपुरा वन बीट के वन दरोगा राजाराम तिवारी ने बताया कि मेरे सामने से भी बाघिन निकली। वह कभी जटपुरा बीट में तथा कभी गोला पश्चिमी बीट में प्रवेश कर जाती है।

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