शाहजहांपुर: खतरा...नरौरा बैराज से गंगा में 8522 क्यूसेक पानी छोड़ा

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Published By Monis Khan
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। पिछले कुछ दिनों से पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश और बादल फटने से नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। इसमें जनपद की गंगा, रामगंगा, बहगुल, गर्रा व खन्नौत नदी में भी धीरे धीरे जलस्तर बढ़ रहा है। नदियों के बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण दफ्तर पल पल की रिपोर्टिंग कर रहा है। वहीं नरौरा बैराज से गंगा नदी में 8522 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

सिंचाई विभाग भी रोजाना जलस्तर की रिपोर्ट तैयार कर रहा है। बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन और सिंचाई विभाग ने इंतजाम शुरू कर दिए हैं। गंगा कछला घाट और गंगा नदी भैसार ढ़ाईघाट का जलस्तर बढ़ा हुआ दर्ज किया है। जुलाई में पिछली बार आई बाढ़ को देखते हुए कलान, मिर्जापुर व जलालाबाद वालों को बाढ़ का डर सताने लगा है। शारदा नहर खंड अधिशासी अभियंता कार्यालय की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को गंगा नदी कछला घाट का जलस्तर प्लस 0.19 मीटर, गंगा नदी भैंसार ढ़ाईघाट तटबंध का जलस्तर प्लस 0.60 मीटर बढ़ा हुआ दर्ज किया है। 

रामगंगा नदी चौबारी घाट जलस्तर माइनस 0.13 घटा है। रामगंगा नदी डबरी घाट माइनस 0.01 मीटर घटा है, जबकि गर्रा नदी अजीजगंज का जलस्तर प्लस 0.15 बढ़ा है और खन्नौत नदी लोदीपुर जलस्तर माइनस 0.10 मीटर घटा हुआ दर्ज किया गया है। कलेक्ट्रेट व सिंचाई विभाग में भी बाढ़ कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जोकि जलस्तर बढ़ने व घटने की पल पल की रिपोर्टिंग कर रहे हैं। इसकी रिपोर्ट डीएम व उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है।

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