Lucknow News: छात्रवृत्ति घोटाले में पूर्व निदेशक समाज कल्याण गिरफ्तार, दो साल में हुई थी 7.95 करोड़ की हेराफेरी
लखनऊ, अमृत विचार : गुरुनानक एजूकेशन ट्रस्ट रुड़की के 336 छात्रों के हिस्से की छात्रवृत्ति हड़पने वाले समाज कल्याण विभाग के पूर्व निदेशक को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एसआईटी ने जांच के बाद अक्टूबर 2019 में रिपोर्ट दर्ज किया था। जिसकी जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) की टीम कर रही थी।
ईओडब्ल्यू के अधिकारी के मुताबिक पकड़ा गया घोटाले का आरोपी पूर्व निदेशक मिश्री लाल पासवान को लखनऊ के महानगर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। वित्तीय वर्ष 2010-11 व 2011-12 के बीच मिश्री लाल पासवान समाज कल्याण निदेशालय में बतौर निदेशक तैनात थे। उन्होंने अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मिलकर उत्तराखंड हरिद्वार के गुरुनानक एजूकेशन ट्रस्ट रुड़की के तत्कालीन ट्रस्टी से मिली भगत की। कागजों में हेराफेरी कर कई महत्वपूर्ण जानकारी छिपाई। इसी के आधार पर अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के तहत पीजीडीएम पाठ्यक्रम में अध्ययन करने वाले 336 छात्रों को मिलने वाली सहायता राशि को हड़प लिया। इन दो सत्रों में निदेशालय की तरफ से 336 छात्रों को कुल 7,95,10,370 रुपये जारी किए गए थे।
फर्जी छात्रों का दाखिला दिखा हड़पी रकम
इस मामले की जानकारी हुई तो प्रदेश सरकार ने जांच का आदेश दिया। जांच एसआईटी द्वारा की गई। जांच में सामने आया कि अधिकारियों और ट्रस्टी की मिली भगत से सैकड़ों छात्रों का फर्जी दाखिला दिखाया गया। इनके नाम से जारी छात्रवृत्ति की रकम का बंदरबांट किया गया। जांच रिपोर्ट आने के बाद 23 अक्टूबर 2019 को लखनऊ की एसआईटी थाने में पांच आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इस मामले में अभी चार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
यह भी पढ़ेः रेलवे के पांच इंजीनियर समेत नौ पर CBI ने दर्ज की रिपोर्ट, 3 करोड़ के बिल पास करने के लिए मांगी थी रिश्वत
