यूपी बोर्ड में ऑनलाइन मूल्यांकन की तैयारी: पारदर्शिता और सुधार के लिए एक बड़ा कदम
प्रयागराज, अमृत विचार : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज (यूपी बोर्ड) ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कापियों के मूल्यांकन में पारदर्शिता लाने के लिए ऑनलाइन मूल्यांकन प्रणाली की तैयारी शुरू कर दी है। इस प्रणाली के तहत, अगर कोई परीक्षक किसी छात्र को एक नंबर ज्यादा या कम देता है, तो सिस्टम उसे पकड़ लेगा और मूल्यांकन रुक जाएगा।
ऑनलाइन मूल्यांकन की विशेषताएं
- सीसीटीवी और वॉइस रिकॉर्डर की निगरानी में मूल्यांकन होगा।
- ऑनलाइन सिस्टम मूल्यांकन में पारदर्शिता बढ़ाएगा।
- परीक्षक किसी प्रश्न का उत्तर खुद लिखने या बदलने की कोशिश करेंगे, तो सिस्टम मूल्यांकन रोक देगा।
यूपी बोर्ड की पहल
यूपी बोर्ड ने समस्याओं के ऑनलाइन निस्तारण, परीक्षा और मूल्यांकन में सुधार, रिजल्ट में व्यापक सुधार, अंकपत्र प्रमाण पत्र में सुधार, स्क्रूटनी में सुधार और छात्र-शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी जैसी कई पहल की हैं। बोर्ड मुख्यालय ने शिक्षण और उपस्थिति को सुधारने के लिए ऑनलाइन हाजिरी शुरू की है, जो प्रयागराज, चित्रकूट सहित प्रदेश के अन्य जिलों में बेहतर चल रही है। संभावना है कि 15 अगस्त के बाद से प्रदेश के सभी विद्यालयों में ऑनलाइन हाजिरी बेहतर तरीके से शुरू हो जाएगी। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह का कहना है कि बोर्ड परीक्षा तक बहुत बदलाव होगा, जो बदलाव होगा वह समय से छात्र और परीक्षकों तक पहुंचेगा, जिससे कि उनको उसका लाभ मिल सके।
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