लखनऊ : अमृत सरोवरों के लिहाज से यूपी देश में नंबर वन, लक्ष्य से तीन गुना हुआ सरोवरों का निर्माण
लखनऊ, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जल संरक्षण की मुहिम रंग लाई है। अमृत सरोवरों के लिहाज से यूपी देश में नंबर वन बन गया है। यहां लक्ष्य से तीन गुना सरोवरों का निर्माण हुआ है।
योजना के तहत हर जिले में ऐसे 75-75 सरोवरों के निर्माण का लक्ष्य था। प्रदेश में मूल जिलों की संख्या 74 है। इस तरह लक्ष्य के सापेक्ष यहां 5550 सरोवरों का निर्माण होना था, पर जनभागीदारी और उत्साह से निर्मित सरोवरों की संख्या 16630 पहुंच गई। जो लक्ष्य की अपेक्षा तीन गुने से अधिक है। दूसरे स्थान पर आने वाला मध्य प्रदेश 5839 सरोवरों के साथ बहुत पीछे है। इसी तरह छत्तीसगढ़ 2902, बिहार 2613, हरियाणा 2088, झारखंड 2048, पंजाब 1450 सरोवर बना पाए हैं।
लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने और मानसून के इस सीजन में जितना संभव हो उतना पानी भूगर्भ में संचित करने के लिए उनकी सरकार भूगर्भ जल सप्ताह (16 से 22 जुलाई) मना रही है। योगी की निजी रुचि और जलसंरक्षण के प्रति उनकी निजी रुचि के नाते उत्तर प्रदेश में इस संबंध में कमाल का काम भी हुआ है। आंकड़े और सम्मान इस बात के प्रमाण हैं।
मिशन अमृत सरोवर के आंकड़े के अनुसार, वर्ष 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू इस योजना के तहत लक्ष्य से तीन गुना अधिक अमृत सरोवरों की नए सिरे से खोदाई या पुराने सरोवरों को पुनर्जीवन देकर उत्तर प्रदेश देश में नंबर एक है।
अब तक निर्मित हो चुके हैं 37403 खेत तालाब
खेत तालाब योजना के तहत 2017-18 से अब तक 37403 तालाबों का निर्माण हो चुका है। सरकार इनकी खोदाई की लागत पर 50 फीसद तक अनुदान देती है। व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए आवेदन के समय एक हजार रुपए टोकन मनी जमा करने से लेकर अनुदान तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। इसकी पात्रता के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली (माइक्रो इरिगेशन सिस्टम) की स्थापना को भी अनिवार्य किया गया है। इसी तरह योगी सरकार लुप्त प्राय हो गई नदियों को भी जनसहयोग से पुनर्जीवन दे रही है।
ड्रिप सिंचाई को बढ़ावा दे रही सरकार
कम पानी में अधिक सिंचाई के लिए सरकार ड्रिप और स्प्रिंकलर जैसी अपेक्षाकृत सिंचाई की दक्ष विधाओं को प्रोत्साहन दे रही है। वे ब्लॉक जहां पिछले 10 वर्षों से भूजल स्तर सामान्य से नीचे है, ऐसे इलाकों के एक चौथाई से अधिक किसानों तक सिंचाई की ड्रिप और स्प्रिंकलर तकनीक से संतृप्त करने की है। ड्रिप और स्प्रिंकलर इरिगेशन के लिए सरकार सीमांत किसानों को मिलती है 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी देती है।
29 जिलों के भूजल स्तर में सुधार
जल संरक्षण के बाबत योगी सरकार द्वारा किए गए समग्र प्रयास के नतीजे भी दिखने लगे हैं। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश के 29 जिलों के भूजल स्तर में सुधार आया है। अत्यधिक भूजल दोहन वाले ब्लाकों की संख्या 82 से घटकर 50 रह गई है। बुंदेलखंड के महोबा, ललितपुर एवं चित्रकूट में बोरिंग से पानी नहीं निकलता था, अब तालाब के पास खुदाई करते ही पानी मिल जाता है।
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