वाराणसी में गंगा उफान पर, गली में हुई गंगा आरती, पूरी तरह डूबे मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र श्मशान घाट
वाराणसी। वाराणसी में गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर ने सभी 84 घाटों को जलमग्न कर दिया है। अस्सी घाट पर होने वाली प्रसिद्ध गंगा आरती अब गलियों में आयोजित की जा रही है। गंगा और वरुणा नदी में उफान के कारण कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है, जिससे लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, गंगा का जलस्तर 69.93 मीटर तक पहुंच गया है, जो चेतावनी बिंदु से मात्र कुछ सेंटीमीटर नीचे है। गंगा का पानी दशाश्वमेध घाट स्थित जल पुलिस चौकी तक पहुंच गया है। मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र श्मशान घाट भी पूरी तरह डूब चुके हैं, जिसके चलते अंतिम संस्कार के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। चंदौली से आए रोहित यादव ने बताया कि डेढ़ घंटे तक दाह संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ा। छतों पर शवदाह किया जा रहा है और जगह की भारी कमी है।
गंगा के साथ-साथ वरुणा नदी भी उफान पर है, जिससे सरैया, अमरपुर, चिरईगांव, पुराना पुल और मढ़ीया जैसे निचले इलाकों में पानी भर गया है। पुराना पुल के निवासी मोहम्मद सलीम ने बताया कि मोहल्ले के कई घरों में पानी घुस गया है, जिसके कारण लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हैं। पीने के पानी की समस्या भी गंभीर हो गई है, लोगों को बाहर से पानी लाना पड़ रहा है।
