पहचान छिपाकर सामाजिक कार्यकत्री से रचाई शादी, हकीकत पता चलाने पर धमकाया
पति की तलाश में ससुराल पहुंची महिला को पीटा, पीड़िता ने खुद को बाथरुम में बंदकर बचाई जान
मलिहाबाद, अमृत विचार : रहीमाबाद थाना अंतर्गत एक गांव में शनिवार को चौंका देने वाला मामला सामने आया हैं। जहां एक विशेष समुदाये के युवक ने अपनी पहचान छिपाते हुए सामाजिक कार्यकत्री से शादी रचा ली। 07 साल तक घर जमाई बना आरोपित पीड़िता को झांसा देकर वहां से रफूचक्कर हो गया। पति की तलाश में ससुराल पहुंची पीड़िता को सच्चाई पता चलने पर उसने विरोध किया तब उसके साथ हाथापाई की गई। किसी तरह वहां से जान बचाकर घर लौटी पीड़िता ने सम्बधित थाने में तहरीर देते हुए आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
रहीमाबाद इंस्पेक्टर आनंद कुमार के मुताबिक, क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला (25) ने हरदोई जनपद के पिहानी थानाक्षेत्र के दहेलिया गांव निवासी कमरूल-हक उर्फ विवेक रावत और उनके परिवारिक सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। लिखित शिकायत में पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2017 में वह ब्लॉक स्तर पर वृद्धा पेंशन योजना के तहत सामाजिक कार्य करती थी। इस बीच उसके मोबाइल पर एक अन्जान नंबर से कॉल आई। फोनकर्ता ने अपनी पहचान विवेक रावत के रुप में देते हुए उससे मुलाकात करने मंशा जताई, लेकिन पीड़िता ने उसे मना कर दिया। बावजूद इसके आरोपित उसे लगातार कॉल करने लगा। पीड़िता ने बताया कि कुछ दिन बाद आरोपित उसके घर पहुंचा और उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा। इस पर पीड़िता ने बड़ी बहन और बहनोई को जानकारी दी। पूछताछ में आरोपित ने खुद को ट्रैवल एजेंसी संचालक बताया था।
आरोपित पर भरोसा कर पीड़िता ने आर्य समाज मंदिर में उससे शादी रचा ली। जिसके बाद आरोपित पीड़िता के संग लखनऊ में किराए पर रहने लगा। पीड़िता ने बताया वैश्विक महामारी (कोरोना काल ) के दौरान उसने पति के संग ससुराल चलने का दबाव बनाया, लेकिन वह देश व्यापी लॉकडाउन का बहाना बनाकर पीड़िता के संग उसके मायके में रहने लगा। कोरोना काल खत्म होने के बाद पीड़िता ने आरोपित से दोबारा ससुराल में रहने का दबाव बनाया तब वह रुपये कमाने का झांसा देते हुए दिल्ली भाग गया। पीड़िता ने बताया कि करीब एक साल तक उसने आरोपित का इंतजार किया। इस दौरान वह लगातार बहानेबाजी करता रहा। जून 2025 में पीड़ित ने आरोपित के मोबाइल पर सम्पर्क किया तब उसने बताया दिल्ली से वापस लौटने पर वह उसे अपने संग घर पर लेकर जाएगा। जिसके बाद से आरोपित ने उसका कॉल उठाना बंद कर दिया। शक होने पर पीड़िता पति तलाश में हरदोई स्थित ससुराल पहुंची। जहां पता चला कि उसके पति का नाम विवेक रावत नहीं बल्कि कमरूल-हक है। उसने पहचान छिपाकर उससे शादी की। विरोध करने पर कमरूल-हक के परिजनों ने उस पर हमला कर दिया। इस दौरान पीड़िता ने खुद को बाथरुम में बंदकर महिला हेल्प लाइन नंबर पर कॉल कर अपनी जान बचाई। जिसके बाद पीड़िता ने पिहानी थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। जिसके बाद पीड़िता ने रहीमाबाद थाने में लिखित शिकायत देते हुए कमरूल-हक और उसके परिजनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर का कहना है कि मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस ने जांच शुरु कर दी है। जांच में मिले साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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