लखनऊ: बच्ची का मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज, वैन चालक आरिफ गया जेल, स्कूल बंद

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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स्कूल वैन बरामद, साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक की मदद लेगी पुलिस

लखनऊ, अमृत विचार। इंदिरानगर स्थित प्रतिष्ठित स्कूल की चार वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म के आरोप में इंदिरानगर पुलिस ने स्कूल वैन चालक आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त स्कूल वैन शनिवार को लवकुशनगर इलाके से बरामद कर ली है। पुलिस वैन से साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक की मदद लेगी। 

जांच में सामने आया कि आरिफ बच्ची को वैन में अपने बगल में बैठाकर स्कूल आता-जाता था और बैड टच करता था। शिकायत पर स्कूल प्रबंधक संदीप ने कार्रवाई के बजाए बच्ची के परिवार को बदनामी का डर दिखाकर धमकाया था। पुलिस ने शनिवार को बच्ची का मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराया गया है। 

जांच अधिकारी एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह ने बताया कि प्रबंधक संदीप को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं आए। स्कूल भी बंद है। उनकी तलाश की रही है। मामले की जांच की जा रही है।

शनिवार दोपहर एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह, इंदिरानगर पुलिस के साथ बच्ची को परिवार संग लेकर कोर्ट पहुंचे। वहां बच्ची ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया। पुलिस सूत्रों की मानें तो बच्ची ने बताया कि ड्राइवर अंकल उसे अपने पास आगे बैठाते थे। गंदी हरकत करते थे। बच्ची ने वहीं बातें की, जो उसने अपनी मां को बतायी थी, जिसका जिक्र एफआईआर में था।

पीड़ित मां ने पुलिस को बताया कि उनकी चार वर्षीय बेटी वर्ष 2024 से मुंशी पुलिया के पास एक स्कूल में पढ़ रही है। उसके साथ दो और भी बच्चे अन्य स्कूल में पढ़ते हैं, जिसके लिए उन्होंने वैन की व्यवस्था कर रखी थी। इस वर्ष का दूसरा सत्र शुरू हुआ तो उस वैन चालक ने आने से मना कर दिया। ऐसे में प्रबंधक संदीप से वैन के लिए बात की, तो उन्होंने आरिफ का नंबर दिया। सोमवार से आरिफ ने बच्चों को ले जाना शुरू किया था।

14 जुलाई को वैन चालक मो.आरिफ ने बच्ची को घर पर छोड़ा। बेटी शांत थी। मां ने फ्रूट खाने को कहा तो उसने मना कर दिया। बेटी को उदास देख मां ने प्यार से पूछा तो उसने कहा कि ड्राइवर अंकल गंदे हैं। बच्ची ने प्राइवेट पार्ट की ओर इशारा करते हुए कहा कि बहुत दर्द हो रहा है। प्राइवेट पार्ट में जख्म देख मां ने प्राइवेट डॉक्टर को दिखाया तो दुष्कर्म की पुष्टि हुई। मां ने शाखा प्रबंधक संदीप से शिकायत की। प्रबंधक ने दो दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि प्रबंधक ने स्कूल और बच्ची की बदनामी का डर दिखाया। यही नहीं पुलिस से शिकायत न करने के लिए धमकी भी दी।

यही नहीं स्कूल के बाहर चालक को देख मां ने विरोध किया तो उसने जातिसूचक शब्द बोलते हुए धमकाया। मां ने बताया कि 17 जुलाई को बुलाने पर वह स्कूल पहुंची तो प्रबंधक ने धमकी दी कहा कि अगर पुलिस में शिकायत की तो बच्ची को गायब कर दूंगा। अंजाम बुरा होगा उसकी जिम्मेदार खुद होगी। स्कूल प्रबंधक द्वारा कोई कार्रवाई न होती देख मां ने 17 जुलाई को इंदिरानगर थाने में वैन चालक आरिफ और प्रबंधक संदीप के खिलाफ दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट, धमकी व एससीएसटी एक्ट की रिपोर्ट दर्ज करायी थी।

बेटी को लाने के लिए मना किया

पीड़ित मां ने बताया कि एक हफ्ते से वैन चालक आरिफ बेटी को लेने आता था। तय यह हुआ था कि चालक सिर्फ बेटी को घर से स्कूल ले जाएगा। छुट्टी होने पर मां खुद बच्ची को घर ले जाने के लिए स्कूल आएंगी। इसके बाद भी वैन चालक जबरन घर छोड़ने के लिए गया था। सोमवार को भी जब छुट्टी होने को थी तो चालक आरिफ को फोन कर मां ने बच्ची को लाने को मना किया था। फिर भी वह बच्ची को स्कूल से लेकर घर आ गया था।

स्कूल के नाम से डर रही है मासूम

पीड़ित मां ने बताया कि बच्ची इस कदर सहमी हुई है कि स्कूल के नाम से डर रही है। वह सही से खाना भी नहीं खा रही है। परिवारवाले लगातार बच्ची की काउंसलिंग कर उसका ध्यान भटका रहे हैं। एसीपी अनिंद्य विक्रम सिंह ने बताया कि बच्ची का मेडिकल कराया गया है। घटना 14 जुलाई की है। इस लिए डॉक्टरों ने मेडिकल रिपोर्ट में कोई स्पष्ट राय नहीं दी है।

स्कूल से घर के रूट के खंगाले जा रहे फुटेज

एसीपी गाजीपुर अनिंद्य विक्रम सिंह ने बताया कि स्कूल से घर तक के बीच के सीसी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। स्कूल बच्चों के लिए पांच दिन खुलता है। शनिवार को टीचर्स और प्रबंधक रहते हैं। शनिवार को पुलिस स्कूल पहुंची तो वह बंद मिला। स्कूल प्रबंधक की भूमिका भी जांच की जा रही है। उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे।

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