मनसा देवी भगदड़: तीन गांवों में गूंजी मातमी चीखें...गमजदा माहौल में विक्की, विपिन और विशाल का अंतिम संस्कार
रामपुर, अमृत विचार। हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़ के दौरान मरने वालों में रामपुर की भी तीन युवकों शामिल थे। देर रात बिलासपुर, स्वार और अजीम नगर निवासी तीनों युवकों के शव उनके गांव पहुंचे तो मातमी चीखें सुनकर हर किसी का कलेजा कांप गया। गमजदा माहौल के बीच सोमवार सुबह तीनों के शवों का परिवार वालों ने अंतिम संस्कार कर दिया। हादसे में घायल दो महिलाओं और एक 4 साल की बच्ची का इलाज ऋषिकेश एम्स में चल रहा है।
बिलासपुर में नगरिया कलां का मझरा गांव निवासी टीकाराम सैनी का 20 वर्षीय पुत्र विक्की सैनी कुआखेड़ा गांव स्थित श्री गुरू तेग बहादुर साहिब राजकीय महाविद्यालय में बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था। परिजनों के मुताबिक छात्र अपने तहेरे भाई सचिन पुत्र गोविंद राम सैनी के साथ शनिवार की रात आठ बजे बाइक द्वारा डाक कांवड़ लेने के लिए निकला था। विक्की सैनी का रिश्तेदार उत्तराखंड के काशीपुर के गांव वसुवाखेरी निवासी रघुवीर सिंह का 20 वर्षीय बेटा विपिन सैनी अपने मामा के यहां पर काफी सालों से अजीमनगर थाना क्षेत्र के गांव बहादुर गंज में रह रहा था।
वह दोस्त जय किशन के साथ बाइक से डाक कांवड़ लेने के लिए चारों लोग बाइक से रवाना हो गया था। रविवार तड़के हरिद्वार पहुंचने के बाद वह नहाए थे। इसके बाद वह मनसा देवी मंदिर में प्रसाद चढ़ाने के लिए चले गए थे। जबकि स्वार कोतवाली के गांव धनौरी निवासी नंदन मौर्य का 21 वर्षीय बेटा विशाल मौर्य भी गया था।
उसकी भी भगदड़ के दौरान मौत हो गई थी। देर रात को दोनों युवकों के शव घर पहुंचे। उसके बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया। बिलासपुर में मृतक के घर बलदेव सिंह औलख भी पहुंचे। जबकि बहादुर गंज में मामा के यहां पर रह रहे विपिन सैनी का शव उसके गांव काशीपुर पहुंचा।
